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    बेहद शातिराना अंदाज में वारदात को अंजाम देता है सांसी गैंग, पढ़िए पूरी खबर

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Tue, 29 Jun 2021 06:45 AM (IST)

    ऋषिकेश कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़े सांसी गैंग के तीन सदस्यों ने पूछताछ में अपने अपराध करने के तरीके भी पुलिस को बताए। यह गैंग बेहद शातिराना अंदाज में ...और पढ़ें

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    सांसी गैंग के तीन सदस्यों ने पूछताछ में अपने अपराध करने के तरीके भी पुलिस को बताए।

    जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। ऋषिकेश कोतवाली पुलिस के हत्थे चढ़े सांसी गैंग के तीन सदस्यों ने पूछताछ में अपने अपराध करने के तरीके भी पुलिस को बताए। यह गैंग बेहद शातिराना अंदाज में बैंक, कृषि मंडी, सब स्टाप या रेलवे स्टेशन पर नागरिकों को अपना शिकार बनाता है।

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    पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वारदात करने के लिए वह ऐसे बैंक का चयन करते हैं, जो मुख्य बाजार में हो तथा भीड़ भाड़ हो। ज्यादातर वह भारतीय स्टेट बैक का चयन करते हैं जो मुख्य बाजार में स्थित हो। गैंग में से एक या दो व्यक्ति बैंक में जाकर ये देखते है कि किस व्यक्ति ने अधिक नगदी निकलवाई। इनका एक सदस्य बैंक से बाहर रहता है। एक साथी काफी दूरी पर कार लेकर खड़ा रहता हैं। जैसे ही कोई व्यक्ति थैले या बैग में नगदी निकलवाकर बाहर आता है तो रेकी करने वाला व्यक्ति बाहर खड़े व्यक्ति को इशारा कर देते है और वह ग्राहक के पीछे लग जाता है और जैसे ही उसका ध्यान भंग होता है उसकी नगदी भरा थैला या बैग पार कर लेते है। उसके बाद आटो या रिक्शा पकड़ कर पहले से खड़ी की गई कार के पास पहुंच कर फरार हो जाते हैं।

    यह गैंग कृषि उपज मंडी, जहां पर लोग फसल बेचकर नगदी प्राप्त करते हैं या त्योहारों के समय भीड़ भाड़ वाले स्थानो पर रेकी करते हैं। कोई व्यक्ति नगदी या कीमती सामान बैग में ले जा रहा हो तो उसकी रेकी करते है और इनमें से ही गैंग का एक सदस्य बिस्किट चबाकर शिकार के कपड़ों पर थूक देता है जो उल्टी या मैले जैसा दिखता है। शिकार व्यक्ति मैले को खुद देखकर या किसी व्यक्ति द्वारा बताने पर रुक जाता है और आस पास कोई नल या पानी का स्रोत तलाश करता है ताकि वह मैला साफ कर सके। गैंग के सदस्य उसका पीछा करते रहते है। जैसे ही शिकार किसी स्थान पर अपना बैग नीचे रखकर मैले को साफ करने लग जाता है और मौका पाकर ये लोग बैग पार कर लेते है। इसी तरह बस तथा रेलवे स्टेशन आदि में भी नागरिकों को चिन्हित कर उनके आसपास अपना बैग रख देते हैं तथा मौका पाकर बैग बदलकर घटना को अंजाम देते हैं।

    बेहद शातिर है सांसी गैंग

    पूछताछ में आरापितों ने बताया कि यह गैंग गांव कड़ीया जिला राजगढ़ मध्यप्रदेश का रहने वाला है और वह सांसी जाति के लोग हैं। गांव में हर कोई चोरी, जेब तलाशी के अपराधों में लिप्त है। इस गैंग में वारदात करनें के लिए चार से पांच व्यक्ति मौजूद रहते हैं। जो आवागमन में कार का उपयोग करते हैं। जिसकी नंबर प्लेट फर्जी होती है। मोबाइल फोन का प्रयोग ये बिलकुल नहीं करते या दूसरे राज्यों की फर्जी सिम का प्रयोग करते हैं। जिससे पुलिस उन तक नही पहुंच सकें। यह गैंग किसी ऐसे होटल या स्थान पर नही रुकतें जहां इनसे आईडी मांगी जाए। इसके बजाए धार्मिक स्थानों पर जहां अक्सर ज्यादा पूछताछ नही होती या हाईवे पर बने ढाबों पर रात गुजारते हैं। जिस स्थान पर यह रुकते है उससे कम से कम 100 किमी की दूरी पर यह वारदात को अंजाम देते हैं।

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