डीएनए टेस्ट से खुलेगा बेटा-बेटी का राज, पढ़िए पूरी खबर
दून अस्पताल में बच्चा बदलने के कथित मामले में आठ दिन बाद आखिरकार डीएनए जाच के लिए सैंपल ले लिए गए हैं।
देहरादून, जेएनएन। दून मेडिकल कॉलेज के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (दून महिला चिकित्सालय) में बच्चा बदलने के कथित मामले में आठ दिन बाद आखिरकार डीएनए जाच के लिए सैंपल ले लिए गए हैं। जिसकी करीब एक सप्ताह में जाच रिपोर्ट आ जाएगी। इससे बच्चों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
मंगलवार को महिला चिकित्सालय में बाल कल्याण सरंक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा, महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. मीनाक्षी जोशी व पुलिस की मौजूदगी में सैंपलिंग की गई। पहले आरती पत्नी उमेश शाह और उसकेपति का सैंपल लिया गया। फिर आरती पत्नी अनिल व उसके पति का सैंपल लिया गया। इसके बाद बच्चों का सैंपल लिया गया। सभी छह सैंपल सुरक्षित कर सील बंद कर दिए गए हैं। माना यह जा रहा है कि एक हफ्ते के भीतर रिपोर्ट आ जाएगी।
दोनों परिवारों को सैंपल लेने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा के अनुसार, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष व पुलिस मौजूदगी में सैंपल ले लिए गए हैं। रिपोर्ट आते ही स्थिति साफ हो जाएगी। इधर, बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी का कहना है कि उनके द्वारा पहले ही डीएनए के लिए कह दिया गया था। इसके बाद भी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली। जिस कारण प्रक्रिया में बिना वजह का देरी हुई।
अस्पताल प्रशासन यदि अपनी जिम्मेदारी समझता और पहले ही डीएनए के लिए सैंपल ले लिए जाते तो इतने दिन नहीं लगते। बता दें, पिछले सप्ताह महिला अस्पताल में बच्चा बदले जाने को लेकर हंगामा हुआ था। डोभालवाला निवासी महिला का आरोप है कि स्टाफ ने उन्हें सुबह बताया कि लड़का हुआ है। जिसकी स्थिति गंभीर होने की वजह से उसे निक्कू वार्ड में भर्ती किया गया है, जबकि शाम को बताया गया कि उनकी लड़की हुई है।
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