एक ही गैंग ने की दून-रुड़की गोल्ड लोन कंपनी में लूट
आइआइएफएल गोल्ड लोन कंपनी के देहरादून और रुड़की स्थित आफिस में तीन महीने के भीतर हुई दिनदहाड़े लूट की वारदात में एक ही गैंग शामिल था। पुलिस जांच में इसका खुलासा हुआ।
देहरादून, जेएनएन। आइआइएफएल गोल्ड लोन कंपनी के देहरादून और रुड़की स्थित आफिस में तीन महीने के भीतर हुई दिनदहाड़े लूट की वारदात में एक ही गैंग शामिल था। रुड़की में मिले सीसीटीवी फुटेज से इसकी काफी हद तक पुष्टि भी हो गई है। वहीं, दून स्थिति कंपनी के कर्मचारियों ने भी पुलिस को बताया है कि रुड़की के बदमाशों का हुलिया तीस नवंबर को उनके दफ्तर में धावा बोलने वाले हथियारबंद बदमाशों से काफी हद तक मिलता है।
सूत्रों की मानें तो अब तक पुलिस का मानना है कि यह गैंग पश्चिमी उत्तर प्रदेश का है, लेकिन तमाम साक्ष्यों के बाद भी पुलिस गिरोह और उसके सदस्यों की पहचान कर पाने में पूरी तरह से फेल रही है।
रुड़की में गोल्ड फाइनेंस कंपनी में हुई लूट के वारदात की मोडस ऑपरेंडी (अपराध का तरीका) देहरादून में बीते तीस नवंबर को राजपुर रोड पर हुई लूट से काफी हद तक एक जैसा ही था। ऐसे में एक बात तो तय है कि राजपुर रोड स्थित गोल्ड फाइनेंस कंपनी में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गैंग ने एक बार फिर दस्तक दी और सफलतापूर्वक वारदात को न सिर्फ अंजाम दिया, बल्कि आसानी से फरार भी हो गए।
गंभीर तो यह कि राजपुर रोड स्थित कंपनी में हुई लूट का डालनवाला कोतवाली की पुलिस खुलासा कर देती तो रुड़की की वारदात को रोका जा सकता था, लेकिन पूरे शहर की पुलिस मिलकर भी इस वारदात का खुलासा नहीं कर सकी।
गौरतलब है कि बीते तीस नवंबर को राजपुर रोड स्थित आइआइएफएल गोल्ड लोन कंपनी में चार हथियारबंद बदमाशों ने वहां के कर्मचारियों और ग्राहकों को दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा और एक सोने की चेन और पचास हजार रुपये कैश लूट कर ले गए। बदमाशों ने इस दौरान कंपनी के स्ट्रांग रूम में रखे लॉकर को भी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे।
इस लॉकर में दस करोड़ से अधिक का सोना और कैश रखा हुआ था। जाते-जाते बदमाश यहां से सीसीटीवी का डीवीआर भी उखाड़ ले गए, ताकि कोई उनकी पहचान न कर सके। बदमाश अपने मंसूबे में सफल भी हुए। हाल के वर्षों में घटित यह अब तक की सबसे दुस्साहसिक वारदात रही, जिसने पूरे पुलिस तंत्र को खुली चुनौती दे डाली थी।
वहीं, इसी तर्ज पर आइआइएफएल गोल्ड लोन के रुड़की स्थित दफ्तर में लूट की गई। दून और रुड़की में हुई लूट की तरीका भी लगभग एक जैसा ही है। सभी वहां से कैश या फिर सोना लूटने आए थे, लेकिन कामयाब न होने पर वहां मौजूद कर्मचारियों को निशाना बनाया।
पुलिस ने रुड़की में मिली बदमाशों की फुटेज को दून स्थित कंपनी के उन कर्मचारियों को दिखाया, जिनको उन्होंने बंधक बनाया था। पुलिस की मानें तो इन कर्मचारियों का कहना है कि दून में आए लुटेरों का हुलिया रुड़की के बदमाशों से काफी हद तक मिलता है।
कई राज्यों की खाक छान चुकी है पुलिस
फाइनेंस कंपनी में दिनदहाड़े हुई लूट की वारदात के तार गाजियाबाद, जयपुर और पानीपत से भी जुड़ते दिखे थे। वहीं पिछले दिनों मेरठ में भी इसी तरह की वारदात हुई। इन सभी मामलों का पुलिस ने सभी जिलों से ब्योरा मंगा कर उनका परीक्षण करना और उसमें शामिल बदमाशों के सत्यापन के लिए तीन टीमें इन शहरों के लिए रवाना कीं, लेकिन अब तक कोई ऐसा सुराग हाथ नहीं लगा, जिससे सनसनीखेज वारदात का खुलासा हो सके।
सौ से पूछताछ, नतीजा सिफर
गोल्ड लोन कंपनी में लूट की वारदात को एक हफ्ता बीत चुका है। पुलिस सौ से अधिक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर चुकी है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं। हालांकि बदमाशों की तलाश को निकली पुलिस और एसओजी की टीमें अभी नहीं लौटी हैं।
रुड़की स्थित कंपनी में कार से आए पांच बदमाशों की सीसीटीवी में साफ फुटेज आई है। इन तस्वीरों के जरिये पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि में पुलिस टीम बदमाशों की तलाश कर रही है। जेल में बंद लूटपाट के आरोपितों से भी पुलिस पूछताछ कर चुकी है, लेकिन कोई ठोस सुराग अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। अब तक पुलिस 100 से अधिक लोगों से पूछताछ भी कर चुकी है। एसपी देहात नवनीत भुल्लर का कहना है कि बदमाशों की तलाश जारी है।
फुटेज से मिली अच्छी लीड
आइजी अजय रौतेला के अनुसार रुड़की और देहरादून में हुई गोल्ड लोन कंपनी में हुई लूट में सीसीटीवी फुटेज से अच्छी लीड मिली है। दून और रुड़की की पुलिस संयुक्त रूप से जांच कर रही है। घटना का जल्द से जल्द अनावरण करने का निर्देश दिया गया है।
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