उत्तराखंड में सुरक्षित पर्यटन को प्रोत्साहित करेगी सरकार, जानिए पूरी योजना
कोरोना सेफ उत्तराखंड के दृष्टिगत सरकार राज्य में सुरक्षित पर्यटन को प्रोत्साहित करने की दिशा में कदम बढ़ाने जा रही है।
By Edited By: Published: Mon, 18 May 2020 07:30 PM (IST)Updated: Tue, 19 May 2020 03:19 PM (IST)
देहरादून, राज्य ब्यूरो। कोरोना सेफ उत्तराखंड के दृष्टिगत सरकार राज्य में सुरक्षित पर्यटन को प्रोत्साहित करने की दिशा में कदम बढ़ाने जा रही है। इस कड़ी में वेलनेस के तहत आयुष और मेडिकल टूरिज्म में अधिक संभावनाएं देखी जा रही हैं। इस बीच सोमवार को मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने पर्यटन विभाग की समीक्षा के दौरान मौजूदा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पर्यटन को प्रोत्साहित करने को तात्कालिक और दीर्घकालिक योजनाएं तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
उन्होंने प्रवासियों को भी पर्यटन के क्षेत्र में स्वरोजगार से जोड़ने के मद्देनजर विशेष योजनाएं तैयार करने पर बल दिया। पर्यटन राज्य की आर्थिकी का अहम हिस्सा है और इस पर भी कोरोना महामारी की मार पड़ी है। सोमवार को सचिवालय स्थित सभागार में हुई पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव ने कहा कि लॉकडाउन से राज्य का पर्यटन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। लॉकडाउन अभी जारी है, लेकिन लॉकडाउन के उपरात पर्यटन गतिविधियों को बढा़वा देने के लिए तैयारिया सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर उत्तराखंड राज्य बेहतर स्थिति में है। लिहाजा, प्रदेश में सुरक्षित पर्यटन को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
इसके लिए शॉर्ट और लाग टर्म योजनाएं तैयार की जाएं और इसमें भी नई और आकर्षक योजनाओं को तवज्जो दी जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में आयुष और मेडिकल टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। आयुष के क्षेत्र में तो बहुत कुछ किया जा सकता है। पर्यटन के लिहाज से इन दोनों क्षेत्रों को बढ़ावा देने पर उन्होंने जोर दिया। होम स्टे योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सुरक्षित पर्यटन की तर्ज और बेहतर कनेक्टिविटी सहित आधारभूत सुविधाएं प्रदान कर होम स्टे योजना भी पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
मुख्य सचिव ने कहा कि वर्तमान में बड़ी संख्या में प्रवासी वापस लौट रहे हैं। बहुत से लोग प्रदेश में रुकने का मन बना रहे होंगे, इसके लिए उन्हें प्रोत्साहन देना होगा। उन्हें पर्यटन के क्षेत्र में स्वरोजगार से जोड़ने के लिए विशेष योजनाएं तैयार करनी होंगी। उन्होंने पिथौरागढ़ के ट्यूलिप गार्डन की सफलता के लिए अधिकारियों की पीठ थपथपाई और कहा कि अन्य मौसमी प्रजातियों के लिए भी योजनाएं तैयार की जा सकती हैं। बैठक में सचिव वित्त अमित नेगी, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर आदि मौजूद थे।
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