Uttarakhand Lockdown: ऋषिकेश मंडी में सख्ती, फेरी वाले कर रहे हैं मनमानी
लॉक डाउन के दौरान वस्तुओं के दामों में वृद्धि हुई है। फल और सब्जी के दाम भी आसमान छूने लगे थे। मंडी परिषद व प्रशासन की सख्ती के बाद दाम काफी हद तक नियंत्रण में आए हैं।
ऋषिकेश, जेएनएन। लॉक डाउन के दौरान जरूरत की वस्तुओं के दामों में वृद्धि हुई है। फल और सब्जी के दाम भी आसमान छूने लगे थे। मगर, मंडी परिषद व प्रशासन की सख्ती के बाद दाम काफी हद तक नियंत्रण में आए हैं। मगर, अभी भी कई जगह डोर टू डोर फेरी लगाने वाले सब्जी-फल विक्रेता मनमाने दामों पर सब्जी पर फल बेच रहे हैं।
22 मार्च को जनता कर्फ्यू के तत्काल बाद प्रदेश में लॉक डाउन घोषित कर दिया गया था। सब्जी व फल की दुकानों सहित आवश्यक वस्तुओं की बिक्री के लिए समय निर्धारित किया गया है। उसके बाद सब्जी व फल विक्रेताओं ने मनमाने दाम वसूलने शुरू कर दिए थे। मगर, इसके बाद हरकत में आई मंडी समिति तथा प्रशासन ने फुटकर मंडी के रेट लिस्ट जारी ओवर रेटिंग करने वालों पर शिकंजा कसने की कोशिश की।
कृषि उत्पादन मंडी समिति ऋषिकेश ने प्रतिदिन रेट लिस्ट जारी कर छापेमारी भी शुरू की। जिससे काफी हद तक ओवर रेटिंग पर लगाम लगी है। ऋषिकेश में हरिद्वार मार्ग पर लगने वाली फुटकर मंडी को प्रशासन ने बंद कर नगर निगम परिसर व चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड के खुले परिसर में शिफ्ट किया है।
यहां खुली जगह होने के कारण अब भीड़ नहीं बढ़ रही है और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन भी कराया जा रहा है। यहां शिफ्ट की गई मंडी में लगातार हो रही मॉनेटिरिंग के चलते सब्जी व फलों के भाव नियंत्रण में आ गए हैं। मगर, इसके अलावा गलियों तथा घर-घर में फेरी लगाकर जाने वाले फल व सब्जी विक्रेता अभी भी मनमाने दाम वसूल रहे हैं। हालांकि मंडी समिति की ओर से जारी की जा रही रेट लिस्ट के सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद अब लोग खुद ही ओवररेटिंग करने वालों का बहिष्कार करने लगे हैं।
खुले में खराब हो रही सब्जी
चारधाम यात्रा बस टर्मिनल कंपाउंड तथा नगर निगम परिसर में नगर निगम की ओर से फुटकर मंडी को शिफ्ट किया गया है। इन दोनों जगहों पर मंडी तो शिफ्ट कर दी गई है, मगर खुले आसमान के नीचे होने के कारण फल व सब्जियां धूप से नहीं बच पा रही हैं। व्यापारियों का कहना है कि दिन में चटख धूप लगने से फल और सब्जियां खराब हो रही हैं। सब्जी विक्रेता राजू ने बताया कि थोक मंडी से व्यापारी जितना माल लेकर आता है, उतना माल एक दिन में नहीं बिक पाता है। जबकि दूसरे दिन के लिए यह माल धूप के कारण खराब हो जाता है।
-विनोद कुकरेती (अध्यक्ष, कृषि उत्पादन मंडी समिति, ऋषिकेश) का कहना है कि निर्धारित से अधिक मूल्य पर सब्जी व फल बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। फेरी लगाकर सब्जी व फल बेचने वालों की भी टीम जांच कर रही है। हम प्रत्येक दिन रेट लिस्ट सार्वजनिक कर रहे हैं और जन प्रतिनिधियों को भी यह रेट लिस्ट पहुंचाई जा रही है, ताकि लोगों को निर्धारित मूल्य का पता चल सके।
कृषि उत्पादन मंडी समिति की ओर जारी रेट लिस्ट
- वस्तु का नाम------दर (नोट: प्रति किलो में)
- आलू-------------------20 से 22 रुपये
- प्याज------------------24 से 25 रुपये
- टमाटर------------------20 से 24 रुपये
- गोभी------------------18 से 20 रुपये
- शिमला मिर्च----------45 से 50 रुपये
- गाजर------------------ 23 से 25 रुपये
- बीन------------------28 से 30 रुपये
- बैंगन------------------25 से 30 रुपये
- कद्दू------------------16 से 18 रुपये
- खीरा------------------19 से 21 रुपये
- अदरक---------------- 80 से 85 रुपये
- लहसुन---------------- 90 से 100 रुपये
- नींबू-------------------55 से 60 रुपये
- मूली------------------07 से 09 रुपये
- बंद गोभी------------- 07 से 08 रुपये
- लौंकी------------------18 से 20 रुपये
- हरी मिर्च-------------- 80 से 100 रुपये
- हरी मटर--------------- 28 से 35 रुपये