Uttarakhand Election 2022: टिकट बंटवारे को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल में घमासान, इन 14 प्रत्याशियों के नाम किए घोषित
Uttarakhand Vidhan Sabha Election 2022 उक्रांद में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। इस दौरान युवा प्रकोष्ठ और महिला प्रकोष्ठ के कार्यकर्ता केंद्रीय कार्यालय में धरने पर बैठे। इस बीच दूसरी सूची भी जारी कर दी गई।
जागरण संवाददाता, देहरादून : उत्तराखंड क्रांति दल (उक्रांद) ने 14 और विधानसभा क्षेत्रों के लिए अपने प्रत्याशी घोषित किए हैं। बुधवार को दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने केंद्रीय कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में प्रत्याशियों के नामों का एलान किया। दल अब तक 30 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी मैदान में उतार चुका है। ऐरी का कहना है कि शेष सीटों पर भी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि उक्रांद के चुनावी एजेंडे में पलायन, बेरोजगारी, भू-कानून जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे।
ये हैं उम्मीदवार
- यमुनोत्री-रमेश चंद्र रमोला
- गंगोत्री-जसवीर सिंह असवाल
- घनसाली-कमलदास
- नरेंद्रनगर-सरदार सिंह पुंडीर
- चकराता- रामानंद चौहान
- विकासनगर-प्रीति थपलियाल
- सहसपुर-गणेश प्रसाद काला
- राजपुर रोड-बिल्लू वाल्मीकि
- नैनीताल-ओमप्रकाश
- रामनगर-राकेश चौहान
- भीमताल-हरीश चंद्र राहुल
- जागेश्वर-मनीष सिंह नेगी
- हरिद्वार-आदेश कुमार मरवाड़ी
- सल्ट-राकेशनाथ गोस्वामी
उक्रांद कार्यकर्त्ताओं का हंगामा, नेताओं को बनाया बंधक
विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे को लेकर उक्रांद में भी घमासान मचा है। टिकट में अनदेखी से नाराज महिला प्रकोष्ठ व युवा प्रकोष्ठ से जुड़े तमाम कार्यकत्र्ताओं ने बुधवार को केंद्रीय कार्यालय में हंगामा किया। महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रमिला रावत व युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट के नेतृत्व में कार्यकत्र्ता कार्यालय प्रांगण में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने दल के शीर्ष नेता बीडी रतूड़ी, त्रिवेंद्र पंवार, लताफत हुसैन आदि को कार्यालय में बंधक बना दिया। गुस्साए कार्यकत्र्ताओं का कहना था कि आगामी 21 जनवरी से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। पर ज्यादातर सीटों पर दल ने अभी प्रत्याशी ही घोषित नहीं किए हैं।
चरणों में प्रत्याशियों के नाम का एलान किया जा रहा है। इससे उम्मीदवारों को क्षेत्र में प्रचार का भी पर्याप्त समय नहीं मिलेगा। युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजेंद्र बिष्ट का कहना था कि कई युवाओं ने भी अलग-अलग विधानसभा सीटों से दावेदारी की हुई थी, लेकिन अब तक जारी की गई सूचियों में किसी का नाम घोषित नहीं किया गया है। ऐसे लोग को टिकट दिया जा रहा है, जिनका कोई जनाधार ही नहीं है। महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष प्रमिला रावत का कहना था कि कई महिलाएं अपने क्षेत्र में पिछले लंबे समय से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रही हैं, लेकिन दल उनकी अनदेखी कर रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट आवंटन में मातृशक्ति व युवाओं का अपमान किया जा रहा है। इस तरह की मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इधर, केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी का कहना है कि जहां एक से अधिक दावेदार होंगे, अपना दावा मजबूत करने के लिए वह अपनी बात भी रखेंगे। यही एक लोकतांत्रिक पार्टी की पहचान है। युवा और महिलाओं की नाराजगी जल्द दूर की जाएगी।
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