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योग करे निरोग, आओ हनुमान चालीसा के पाठ के साथ करें सूर्य नमस्कार

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक और उनके स्वजन शनिवार को सुबह व शाम छह से सात बजे के बीच हनुमान चालीसा के पाठ के साथ सूर्यनमस्कार करेंगे।

By Edited By: Published: Fri, 15 May 2020 07:21 PM (IST)Updated: Fri, 15 May 2020 10:34 PM (IST)
योग करे निरोग, आओ हनुमान चालीसा के पाठ के साथ करें सूर्य नमस्कार
योग करे निरोग, आओ हनुमान चालीसा के पाठ के साथ करें सूर्य नमस्कार

देहरादून, राज्य ब्यूरो। कोरोना से बचाव को यह भी जरूरी है कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। यही वजह है कि वर्तमान में इसे बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। इस कड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी उत्तराखंड में पहल की है और इसका रास्ता तलाशा योग एवं प्राणायाम में। इसके तहत संघ के स्वयंसेवक और उनके स्वजन शनिवार को सुबह व शाम छह से सात बजे के बीच हनुमान चालीसा के पाठ के साथ सूर्यनमस्कार करेंगे। राज्य में संघ के स्वयंसेवकों की संख्या 84 हजार है।

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संघ के उत्तराखंड प्रांत प्रचारक युद्धवीर ने यहां संघ कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उक्त जानकारी दी। पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ इसलिए कि हनुमान संकटमोचक हैं और सूर्यनमस्कार में प्राणायाम है। व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में प्राणायाम बड़ी भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह व शाम को सवा नौ मिनट के हनुमान चालीसा के पाठ के साथ स्वयंसेवक सूर्यनमस्कार करेंगे। उन्होंने कहा कि समाज में सूर्यनमस्कार लोगों की आदत का हिस्सा बने, इसके लिए अभियान चलाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य में संघ के स्वयंसेवकों की संख्या 84 हजार है। उनके साथ ही उनके स्वजनों की संख्या भी जोड़ ली जाए तो चार लाख से ज्यादा लोग सूर्यनमस्कार करेंगे।

आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 24 मई को संपर्क दिवस मनाया जाएगा। इसके तहत संघ के कार्यकर्ता कोरोना योद्धाओं को फोन कर उनके सम्मान में दो शब्द कहकर उनका मनोबल बढ़ाएंगे। 26 मई को संघ के स्वयंसेवकों के घरों में सुंदरकांड पाठ का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि जून तक संघ के सभी बड़े कार्यक्रम रद हैं, इसलिए घरों में ही परिवार शाखाएं लगाई जा रही हैं। 

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एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कोरोना काल में लोग भारतीय योग-आयुर्वेद की ओर उन्मुख हुए हैं। हाथ जोड़कर नमस्कार करना भारतीय परंपरा है। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के मद्देनजर चाय की जगह काढ़ा पिया जाने लगा है। उन्होंने कोविड-19 की दस्तक के बाद संघ द्वारा राज्य में शुरू किए गए कार्यों का ब्योरा भी रखा। बताया कि 775 सेवा स्थानों पर 4024 स्वंयसेवक कार्यरत हैं। 12 मई तक जरूरतमंदों को 1052738 लोगों को भोजन पैकेट, 60391 को राशन किट के अलावा 88684 मास्क, 15327 बोतल सेनिटाइजर का वितरण किया गया। प्रांत में 4004 लोगों को कार्यकर्ताओं ने व्यक्तिगत स्तर पर सहायता मुहैया कराई, जबकि अन्य प्रांतों में रह रहे यहां के 5599 लोगों की मदद की गई। इस मौके पर संघ के हिमांशु अग्रवाल भी मौजूद थे।

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