Move to Jagran APP

परिवेश की स्वच्छता को जनजागरण अभियान चलाएगा संघ, किया जाएगा पौध रोपण

अपने परिवेश की स्वच्छता और उसे हरा-भरा करने पर ध्यान केंद्रित करे तो वह पर्यावरण संरक्षण में बड़ा योगदान दे सकता है।

By Edited By: Published: Sun, 21 Jun 2020 09:35 PM (IST)Updated: Mon, 22 Jun 2020 03:12 PM (IST)
परिवेश की स्वच्छता को जनजागरण अभियान चलाएगा संघ, किया जाएगा पौध रोपण
परिवेश की स्वच्छता को जनजागरण अभियान चलाएगा संघ, किया जाएगा पौध रोपण

देहरादून, राज्य ब्यूरो। अगर प्रत्येक व्यक्ति अपने परिवेश की स्वच्छता और उसे हरा-भरा करने पर ध्यान केंद्रित करे तो वह पर्यावरण संरक्षण में बड़ा योगदान दे सकता है। जाहिर है कि इसकी पहल घर से होनी चाहिए। इस सबके मद्देनजर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जनजागरण अभियान चलाएगा। 

loksabha election banner
संघ की पर्यावरण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक गोपाल आर्य ने रविवार को महानगर देहरादून की पर्यावरण गतिविधि की ऑनलाइन बैठक में यह बात कही। संघ की पर्यावरण गतिविधि के राष्ट्रीय संयोजक आर्य ने कहा कि सभी को अपने घरों और आसपास के पर्यावरण को साफ-सुथरा और हरा-भरा बनाए रखने की अवधारणा पर कार्य करना होगा। घरों में ही जल संरक्षण, ऊर्जा संरक्षण, प्लास्टिक का कम से कम प्रयोग, जैविक कचरे से खाद निर्माण, परिंदों के लिए घोंसले और पौधरोपण जैसे कार्य किए जा सकते हैं। 
पर्यावरण गतिविधि के उत्तराखंड प्रात संयोजक डॉ. आरबीएस रावत ने कहा कि प्रदेश में जुलाई के पहले हफ्ते में वन महोत्सव और 15 से 22 जुलाई तक चलने वाले हरेला पर्व के तहत पौधरोपण के लिए वन विभाग से सहयोग लिया जाएगा। वन विभाग ने पौध उपलब्ध कराने को सहमति दे दी है। इसके अलावा उद्यान विभाग और शिक्षा विभाग के सहयोग से भी पौधरोपण किया जाएगा। संघ के महानगर प्रचारक विजय ने बताया कि व्यापक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण संबंधी कार्य प्रारंभ किए जा चुके हैं। 
पर्यावरण गतिविधि के विभाग संयोजक कैलाश मेलाना ने जल संरक्षण और रसोई की बगिया के लिए चल रहे प्रयोगों की जानकारी दी। कार्यक्रम समन्वयक और पर्यावरण गतिविधि के महानगर संयोजक डॉ भवतोष शर्मा ने बताया कि महानगर की सभी 17 इकाइयों के संयोजकों और पर्यावरण प्रहरियों द्वारा अपने-अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों में 1900 से अधिक औषधीय पौधे रोपे जा चुके हैं। बैठक में नगर संयोजकों और जिला टोली के सदस्यों द्वारा किए जा रहे पर्यावरण संबंधी कार्यों का ब्योरा भी रखा गया।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.