अड्डे से निकलते ही खराब हुई रोडवेज की बस, धूप में परेशान हुए यात्री
दून पर्वतीय डिपो से त्रिपालीसैंण जाने वाली बस अड्डे से निकलते ही तीन किमी पर खराब हो गई। इसके बाद रोडवेज प्रबंधन ने जो दूसरी बस भेजी वो ऋषिकेश पहुंचकर दगा दे गई।
देहरादून, जेएनएन। यूं तो रोडवेज प्रबंधन दावा करता है कि हर बस को मार्ग पर भेजने से पहले कार्यशाला में जांच के बाद भेजा जाता है, लेकिन ये दावे आएदिन झूठे साबित हो रहे। ताजा मामला दून पर्वतीय डिपो से त्रिपालीसैंण जाने वाली बस का है, जो बस अड्डे से निकलते ही तीन किमी पर खराब हो गई। इतना ही नहीं रोडवेज प्रबंधन ने जो दूसरी बस भेजी, वो ऋषिकेश पहुंचकर दगा दे गई। यात्री धूप में घंटों परेशान रहे और करीब छह घंटे देरी से त्रिपालीसैंण पहुंचे।
स्थानीय निवासी विपिन नौटियाल ने बताया कि सुबह साढ़े चार बजे अपने परिवार के छह सदस्यों को लेकर वे पर्वतीय बस अड्डे पर पहुंचे। उनके परिवार को त्रिपालीसैंण पौड़ी था। बस निर्धारित समय पांच बजे रवाना हुई, लेकिन जोगीवाला के पास खराब पड़ गई। करीब एक घंटे बाद रोडवेज ने दूसरी बस भेजी, लेकिन ऋषिकेश पहुंचकर ये बस भी खराब हो गई। बस फुल थी।
आरोप है कि यात्री दोपहर 12 बजे तक ऋषिकेश बस अड्डे पर धूप में परेशान खड़े रहे। इस दौरान बस ठीक कराई गई और सवा 12 बजे त्रिपालीसैंण के लिए रवाना हुई। विपिन ने रोडवेज मुख्यालय में यात्रियों की परेशानी पर शिकायत की है।
लोकल मार्ग पर 276 किमी अनिवार्य
रोडवेज मुख्यालय ने चालक-परिचालकों की प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि के लिए लोकल मार्ग पर 276 किमी संचालन अनिवार्य कर दिया है। महाप्रबंधक दीपक जैन ने बताया कि लोकल में चालक-परिचालक ऋषिकेश समेत हरिद्वार या पांवटा के दो चक्कर लगा रहे, जबकि उनके लिए तीन चक्कर लगाना अनिवार्य है। दो चक्कर में दूरी केवल 184 किमी होती है, जिसमें प्रोत्साहन राशि नहीं दी जा सकती।
यूनियन के चुनाव कराने की मांग
परिवहन मंत्री यशपाल आर्य की ओर से रोडवेज में सुधार के लिए सभी यूनियनों को एक मंच पर लाने के बयान के बाद रोडवेज यूनियनों में जुबानी जंग छिड़ गई है। मामले में उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी ने परिवहन मंत्री को पत्र भेजकर रोडवेज में घाटे के विभिन्न कारणों से अवगत कराया है।
चौधरी ने पत्र में बताया है कि रोडवेज में एक यूनियन के चुनाव होने हैं, जो लंबित हैं। यही यूनियन प्रबंधन से बातचीत का अधिकार रखेगी। चौधरी ने परिवहन मंत्री से एक यूनियन को लेकर चुनाव कराने की मांग की है।
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