Road Safety With Jagran : देहरादून से विक्रम व ई-रिक्शा हटें तो सुधरेगी यातायात व्यवस्था- एसपी ट्रैफिक
Road Safety With Jagran देहरादून में यातायात सुधार के लिए योजनाएं तो बहुत बनीं मगर कोई भी सिरे नहीं चढ़ पाई। यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए यातायात निदेशालय भी बनाया गया पर वहां से भी कोई ठोस योजना नहीं बन पा रही।
जागरण संवाददाता, देहरादून : Road Safety With Jagran : देहरादून में यातायात सुधार के लिए योजनाएं तो बहुत बनीं, मगर कोई भी सिरे नहीं चढ़ पाई। शहर की अंदरूनी सड़कों पर अतिक्रमण की स्थिति जस के तस बनी हुई है।
विक्रम व ई-रिक्शा पर कोई प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है। व्यापारियों की पहुंच बड़े राजनेताओं तक है। ऐसे में उनके अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस बड़े कदम नहीं उठा पाती है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सिर्फ छोटे दुकानदारों व रेहड़ी-ठेली संचालकों पर होती है।
यातायात सुधार के लिए बीच-बीच में प्रयोग किए जाते रहे हैं, लेकिन इनका कोई लाभ नहीं मिलता। यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए यातायात निदेशालय भी बनाया गया, पर वहां से भी कोई ठोस योजना नहीं बन पा रही।
शहर के मुख्य मार्गों पर पुलिसकर्मियों को तैनात क्यों नहीं किया जाता है? विक्रम और ई-रिक्शा पर कोई प्रतिबंध क्यों नहीं लग पाता है? भीतरी मार्गों पर यातायात सुधार के लिए क्या योजनाएं हैं? इन सभी सवालों को लेकर एसपी ट्रैफिक अक्षय कोंडे से बातचीत की वरिष्ठ संवाददाता सोबन सिंह गुसांई ने।
- घंटाघर से राजपुर के बीच पुलिस मुस्तैद दिखती है, लेकिन हरिद्वार बाईपास, जीएमएस रोड, जोगीवाला, रायपुर क्षेत्र में कोई पुलिसकर्मी चौराहों पर दिखाई नहीं देता है। इसका क्या कारण है?
शहर में 250 से अधिक ड्यूटी प्वाइंट हैं। जबकि हमारे पास स्टाफ 50 प्वाइंट का ही उपलब्ध है। सभी ड्यूटी प्वाइंट पर जवानों को तैनात करना मुश्किल है। अब स्टाफ 70 प्वाइंट पर तैनात किया जा रहा है। कोशिश रहती है कि सभी ड्यूटी प्वाइंट पर जवानों को तैनात किया जाए।
- हम लेफ्ट टर्न फ्री करने की व्यवस्था को लागू करने की बात करते हैं, लेकिन हालात यह हैं कि सिटी बस, विक्रम चालक व कई बार कार चालक वाहन खड़ा करके लेफ्ट टर्न को जाम कर देते हैं?
कुछ चौराहों पर हमने लेफ्ट टर्न को प्रभावी ढंग से लागू कर दिया है। तीन दिन पहले लेफ्ट टर्न जाम करने वाले 70 विक्रम चालकों के खिलाफ चालान की कार्रवाई की गई। आने वाले दिनों में इस पर और सख्ती की जाएगी।
- विक्रम चालकों के लिए अब तक स्टापेज निर्धारित नहीं हो सके हैं। ई-रिक्शा चालक मुख्य मार्गों पर जाम लगा रहे हैं, इनके विरुद्ध क्या कार्रवाई करने जा रहे हैं?
विक्रम चालकों को शहर के अंदर स्टापेज के 75 प्वाइंट दिए गए हैं। उनको स्पष्ट किया गया है कि वह ट्रैफिक जंक्शन से 20 मीटर के दायरे में विक्रम नहीं रोकेंगे। नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध चालान की कार्रवाई की जा रही है। जहां तक ई-रिक्शा की बात है तो मुख्य मार्गों पर जाम लगाने वालों पर कार्रवाई करने को कहा गया है।
- यातायात नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों पर कार्रवाई को लेकर क्या योजना बनाई जा रही है?
सड़क किनारे वाहन लगाकर ट्रैफिक जाम करने वालों के खिलाफ क्लेंप की कार्रवाई की जा रही है। वाहनों को उठाने के लिए हरिद्वार व टिहरी से क्रेन मंगवाई गई हैं। इसके अलावा ड्रोन से भी चालान किए जा रहे हैं।
सुझाव
- जिन व्यापारियों ने अतिक्रमण किया है, उन पर गंभीरता से कार्रवाई करने की जरूरत है।
- शहर में ट्रांसपोर्ट सिस्टम अच्छा है। स्मार्ट सिटी के अलावा सिटी बसें भी हैं, ऐसे में जिन रूटों पर यह बसें चल रही हैं, उन रूटों से विक्रम व ई-रिक्शा को हटा देना चाहिए।
- स्कूलों की ओर से बच्चों के लिए निजी तौर पर ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था करनी चाहिए।
- एक ही कालोनी में रहने वाले कर्मचारियों के लिए कार्यालय तक शटल बस सेवा शुरू की जानी चाहिए।
- मुख्य मार्गों पर जिनके खाली प्लाट पड़े हैं, वह पार्किंग के लिए इस्तेमाल होने चाहिए। प्लाट मालिक को पार्किंग बनाने के लिए आसानी से अनुमति मिलनी चाहिए।