उत्तरकाशी: बीमार को छह किलोमीटर पीठ पर रखकर पहुंचाया अस्पताल, मोरी में रिश्तेदारी में गए युवक की तबीयत बिगड़ी
मोरी के बलावट गांव में रिश्तेदारी में गए एक युवक की शनिवार को तबीयत बिगड़ गई।सड़क जगह-जगह अवरुद्ध होने के कारण वाहन की सुविधा नहीं मिल पाई। रिश्तेदारों ने मानिया को पीठ पर रखकर बलावट गांव से छह किलोमीटर दूर जागटा तक पहुंचाया।
संवाद सूत्र, पुरोला: मोरी के बलावट गांव में रिश्तेदारी में गए एक युवक की शनिवार को तबीयत बिगड़ गई। सड़कों की स्थिति बदहाल होने के कारण युवक को रिश्तेदार पीठ पर रखकर छह किलोमीटर तक पैदल लेकर गए। जिसके बाद युवक को अस्पताल पहुंचाया जा सका।
सड़क जगह-जगह अवरुद्ध होने के कारण नहीं मिली सुविधा
किराणु गांव का मानिया (30) पुत्र दिगड़ू अपने रिश्तेदारों के घर बलावट गया था। शनिवार सुबह मानिया की तबियत बिगड़ गई। सड़क जगह-जगह अवरुद्ध होने के कारण वाहन की सुविधा नहीं मिल पाई। रिश्तेदारों ने मानिया को पीठ पर रखकर बलावट गांव से छह किलोमीटर दूर जागटा तक पहुंचाया। जागटा से छोटे वाहन में टिकोची लाए। जहां से मानिया को स्वजन प्राथमिक उपचार के लिए रोहडू हिमाचल प्रदेश लेकर गए।
संचार और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हिमाचल पर निर्भर
सामाजिक कार्यकर्त्ता मनमोहन सिंह चौहान ने बताया कि आराकोट क्षेत्र जनपद उत्तरकाशी का सबसे सुदूरवर्ती क्षेत्र है। संचार और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इस क्षेत्र के ग्रामीण हिमाचल प्रदेश पर निर्भर हैं। परंतु जिला प्रशासन व लोनिवि आराकोट क्षेत्र की सड़कों की स्थिति नहीं सुधार पाए हैं। जिस कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि तीन माह से आराकोट क्षेत्र में सड़कों की स्थिति बदहाल है। बीमार व गर्भवती महिलाएं नियमित जांच के लिए अस्पताल तक नहीं जा पा रही हैं।
मोटर पुल के लिए ग्रामीणों ने जाम की सड़क
सतपुली : विकासखंड कल्जीखाल के अंतर्गत बड़खोलू में मोटर पुल का निर्माण नहीं होने पर ग्रामीणों ने रोष व्यक्त किया। रविवार को ग्रामीणों ने मोटर पुल निर्माण की मांग को लेकर सतपुली-कांसखेत-पौड़ी मोटर मार्ग पर जाम लगाया। आक्रोशित ग्रामीणों ने एक माह के भीतर पुल निर्माण कार्य प्रारंभ नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। वहीं, मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को लिखित में जल्द पुल निर्माण करवाने का आश्वासन दिया, जिसके बाद यातायात सुचारू हो पाया।
सतपुली-कांसखेत-पौड़ी मोटर मार्ग में धरने पर बैठे ग्रामीण
रविवार सुबह बड़खोलू सहित अन्य गांव के ग्रामीण बड़खोलू यात्री शेड के समीप एकत्रित हुए। यहां प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए ग्रामीण सतपुली-कांसखेत-पौड़ी मोटर मार्ग में धरने पर बैठ गए। दोपहर तक ग्रामीणों ने मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी। ग्रामीणों ने पुल नहीं तो वोट नहीं के नारे भी लगाए। महिपाल सिंह रावत ने कहा कि यदि एक माह के भीतर पुल निर्माण कार्य शुरू नहीं होता तो वह 22 अक्टूबर से नेशनल हाईवे पर जाम लगाएंगे।
ग्रामीणों को दिया पुल निर्माण का लिखित आश्वासन
ग्रामीणों की ओर से मार्ग जाम किए जाने की सूचना पर वर्ल्ड बैंक के सहायक अभियंता वरुण कुमार वर्मा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की। वार्ता के दौरान उन्होंने ग्रामीणों को पुल निर्माण का लिखित आश्वासन दिया। बताया कि 10 अक्टूबर को उच्च अधिकारियों की ओर से पुल का निरीक्षण किया जाएगा। साथ ही ग्रामीणों से वार्ता कर जल्द ही पुल का निर्माण किया जाएगा। लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन स्थगित किया। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य संजय डबराल व आप प्रदेश उपाध्यक्ष दिगमोहन नेगी ने भी ग्रामीणों को अपना समर्थन दिया।
इस मौके पर ग्राम प्रधान रणबीर सिंह बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी डब्बल मियां, माहेश्वरी देवी, हरेंद्र सिंह, सुमन प्रकाश नेगी, हरेंद्र सिंह, शशिधर प्रसाद, विजय सिंह, बलबीर सिंह, उमेश सिंह, मालदास, गंगा सिंह, चतर सिंह, सतेंद्र प्रसाद, शकुंतला देवी आदि मौजूद रहे।
Ankita Murder Case : उत्तराखंड में बंद का मिला-जुला असर, मसूरी में दोपहर 12 बजे तक बंद रहे बाजार