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Rishikesh River Rafting: ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर, शुरू होने वाली है रिवर राफ्टिंग

Rishikesh River Rafting ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर है। यहां गंगा की लहरों पर रिवर राफ्टिंग शुरू होने वाली है। तकनीकी समिति की रिपोर्ट के बाद ही एक सितंबर से राफ्टिंग के परमिट जारी होंगे।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 19 Aug 2022 04:36 PM (IST)Updated: Fri, 19 Aug 2022 04:36 PM (IST)
Rishikesh River Rafting: ऋषिकेश आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर, शुरू होने वाली है रिवर राफ्टिंग
Rishikesh River Rafting:गंगा का जलस्तर नियंत्रित हो जाता है तो एक सितंबर से राफ्टिंग के परमिट जारी किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: Rishikesh River Rafting: उत्तराखंड में मानसून अगर धीमा पड़ा और गंगा का जलस्तर नियंत्रित हो जाता है तो एक सितंबर से राफ्टिंग के परमिट जारी किए जाएंगे। अगस्त माह के अंतिम सप्ताह में जिला स्तरीय तकनीकी समिति सभी पहलुओं की जांच करेगी। बीते तीन वर्षों में 20 सितंबर के बाद ही राफ्टिंग शुरू हो गई थी।

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नए परमिट किए जाते हैं एक सितंबर से जारी

मानसून के दौरान गंगा का जलस्तर अत्यधिक बढ़ जाने के कारण 30 जून से 31अगस्त तक पर्यटन विभाग की ओर से गंगा में राफ्टिंग (River Rafting:) पर रोक लगा दी जाती है। विभाग की ओर से नए परमिट एक सितंबर से जारी किए जाते हैं।

  • यह स्थिति तब सुलभ हो जाती है जब मानसून धीमा पढ़े और गंगा का जलस्तर नियंत्रित हो। वर्तमान में गंगा का जलस्तर अभी असामान्य है।
  • गंगा की लहरों में साहसिक पर्यटन (Adventure Tourism) के शौकीन लोग को यहां राफ्टिंग खुलने का इंतजार है।
  • स्थिति सामान्य होने पर ऋषिकेश में हेंवलघाटी, तपोवन और शिवपुरी क्षेत्र में संचालित कैंप सितंबर महीने से गुलजार होते आए हैं।
  • एक सितंबर से तीर्थनगरी में राफ्टिंग (Rishikesh River Rafting) के संचालन पर लगी रोक हट जाएगी।
  • इससे तीर्थनगरी में साहसिक खेलों (Adventure Games) के शौकीनों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद है। रीवर राफ्टिंग करने के बाद पर्यटक कैंपों की ओर रुख करेंगे।

30 जून के बाद बंद हो जाती है राफ्टिंग

गंगा का जलस्तर बढ़ने से 30 जून के बाद तीर्थनगरी में राफ्टिंग (Rishikesh River Rafting) का संचालन बंद हो जाता है। जुलाई और अगस्त दो महीने बरसात के कारण राफ्टिंग की गतिविधियां बंद रहती हैं। बारिश के मौसम के कारण भी पर्यटक यहां आने से दूरी बनाते हैं।

वीकेंड पर यहां लगती है अत्यधिक भीड़

हेंवल घाटी क्षेत्र गरुड़चट्टी, रत्तापानी, मोहनचट्टी, बैरागढ़, तपोवन के क्यार्की, घुघतानी, पाथौं आदि जगहों पर पर्यटकों से गुलजार कैंपों में इन दिनों गिने चुने सैलानी ही नजर आ रहे हैं। 30 जून तक यहां के सभी कैंप रिजॉर्ट ( Camp Resort in Rishikesh) और होटल राफ्टिंग के लिए यहां आने वाले पर्यटकों से पैक रहते हैं। सप्ताहांत पर यहां अत्यधिक भीड़ लगती आई है।

सब कुछ सामान्य रहा तो शुरू होगी राफ्टिंग

केएस नेगी (जिला साहसिक खेल अधिकारी, टिहरी गढ़वाल) ने कहा कि एक सितंबर से पर्यटन विभाग मुनिकीरेती-कौड़ियाला इको टूरिज्म जोन (Eco Tourism Zone) में राफ्टिंग के परमिट जारी करता है।

उससे पहले उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (Uttarakhand Tourism Development Board) की जिला स्तर की तकनीकी समिति गंगा के जलस्तर और अन्य हालात की रिपोर्ट तैयार करती है। इस माह अंतिम सप्ताह में समिति जांच के लिए आएगी। सब कुछ सामान्य रहा तो एक सितंबर से राफ्टिंग शुरू हो पाएगी।

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