जागरण संवाददाता, ऋषिकेश। ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र में एटीएम बदलकर ठगी की पांच वारदातों को अंजाम देने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को एसओजी और पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 111 एटीएम कार्ड, 70 हजार रुपए नगद, दो स्कूटी और एक कार बरामद की गई है।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर पिछले दो दिन के भीतर एटीएम बदलकर ठगी करने की पांच वारदातें हुई। सभी मामलों में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई। एटीएम और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज जांच की गई। उन्होंने बताया कि सभी घटनाओं में फुटेज के भीतर कुछ संदिग्ध लोग ज्यादा नजर आ रहे थे।
जब मामले की गहन विवेचना की गई तो इनके पास प्रयुक्त होने वाली स्कूटी का नंबर ट्रेस किया गया जो किराए की निकली। एसओजी देहात और पुलिस की संयुक्त टीम ने बाहरी जनपदों व उत्तराखंड के 13 एटीएम बदलने वाले संदिग्धों के विषय में जानकारी हासिल कर सर्विलांस की सहायता से उनकी जानकारी की गई।
प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक बीती मंगलवार को इस मामले में गठित टीम सीसीटीवी से प्राप्त तीन संदिग्ध की तलाश हेतु काली मंदिर तिराहा निकट चंद्रभागा पुल के पास चेकिंग कर रही थी। मुखबिर की सूचना पर ऋषिकेश बॉर्डर के पास श्री गंगा होटल निकट कैलाश गेट के बाहर आइ-10 गाड़ी में सामान रखते हुए तीन संदिग्धों को पकड़ा गया। जिनकी शक्ल सीसीटीवी से प्राप्त फोटो से मिलती थी। पूछताछ करने पर तीनों व्यक्तियों ने एटीएम बदलने की घटना को स्वीकार किया। उनके पास से तलाशी के दौरान अलग-अलग बैंकों के 111 एटीएम कार्ड, एक सोने की चेन और 70,000 रुपये नकद बरामद हुए, जिस पर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार आरोपितों में शाहनवाज पुत्र सज्जन निवासी कृष्णा नगर(दिल्ली) मूल निवासी डगरिया, थाना बदायूं( उत्तर प्रदेश), मोहम्मद शादीन पुत्र मोहम्मद यासीन निवासी कबीर नगर पश्चिमी दिल्ली मूल निवासी डगरिया, थाना बदायूं और सज्जन पुत्र इस्माइल निवासी पांच कांति नगर दिल्ली मूल निवासी बनेई, थाना बदायूं शामिल है। पुलिस के मुताबिक आरोपितों ने वारदातों को अंजाम देने के लिए ऋषिकेश से ही दो स्कूटी किराए पर ली थी, जिन्हें बरामद कर लिया गया है।
ऐसे देते थे घटना को अंजाम
पुलिस पूछताछ में पता चला कि शाहनवाज का मोबाइल एसेसरीज बेचने का काम है। अभियुक्त सज्जन का कबाड़ी का काम करता है, जबकि शादीन का करोल बाग में पुरानी जींस बेचने का काम है। यह तीनों आपस में रिश्तेदार हैं और अनपढ़ हैं। तीनों आरोपित पिछले दो-तीन वर्षों से एटीएम बदलने का कार्य करते हैं। ये दिल्ली से बाहर रुड़की, हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून, सहारनपुर, हल्द्वानी और नैनीताल आदि जगह पर घूमने का बहाना कर होटल में रुकते हैं।
फिर ये आसपास किराए की स्कूटी लेकर ऐसे एटीएम को चिह्नित करते थे, जिनमें गार्ड ना हो या एकांत में हो। इसके बाद ऐसे बुजुर्ग और महिलाओं को चिह्नित किया जाता था, जिन्हें एटीएम कार्ड का प्रयोग करने में परेशानी आती थी। फिर वे मदद करने के नाम पर इनका एटीएम बदल देते थे और पासवर्ड भी देख लेते थे। इसके बाद उनका खाता खाली कर दिया जाता था। अपनी पहचान छिपाने के लिए वो लगातार कपड़े और स्कूटी भी आपस में बदलते रहते थे।
यह भी पढ़ें- हरिद्वार: शातिरों का कारनामा, एटीएम कार्ड का क्लोन तैयार कर खाते से साफ किए 50 हजार; युवक को Bank से लगा पता