Move to Jagran APP

ऑनलाइन गेमिंग के जरिये खिला रहे हैं जुआ, जीतने पर नगद धनराशि जैसे ऑफर

ऑनलाइन गेमिंग के जरिये जुए का बड़ा कारोबार चल रहा है। जीतने पर गिफ्ट या नगद धनराशि देने का ऑफर दिया जा रहा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 19 Jan 2019 09:34 AM (IST)Updated: Sat, 19 Jan 2019 09:34 AM (IST)
ऑनलाइन गेमिंग के जरिये खिला रहे हैं जुआ, जीतने पर नगद धनराशि जैसे ऑफर
ऑनलाइन गेमिंग के जरिये खिला रहे हैं जुआ, जीतने पर नगद धनराशि जैसे ऑफर

देहरादून, संतोष तिवारी। ऑनलाइन गेमिंग के जरिये चल रहा जुए का कारोबार अब बड़ा आकार ले चुका है। ऑनलाइन गेम बनाने वाले सट्टा कारोबारी मोबाइल एप के जरिए लोगों तक गेम पहुंचा रहे हैं। जिसे जीतने पर गिफ्ट या नगद धनराशि देने का ऑफर दिया जा रहा है। यहां तक की बड़े रेस्टोरेंट और होटल में फ्री खाना खाने तक की बात कही जाती है। एंड्राइड फोन सपोर्टेड गेम में सबसे ज्यादा संलिप्तता युवा वर्ग की है, जो ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में फंसकर समय और पैसा, दोनों गंवा रहा है।

loksabha election banner

ऐसे लगा रहे ऑनलाइन गेमिंग की लत

ऑनलाइन गेम के जरिये जुआ खेलने का धंधा घरों तक पहुंच गया है। ऑनलाइन जुआ का कारोबार करने वाले युवाओं को मोबाइल एप के जरिये गेम खेलने की आइडी बनाकर देते हैं। फिर प्वाइंटों में गेम चलता है। गेम के जरिये जुआ खेलने वाले युवा एक रुपये में एक प्वाइंट खरीदते हैं, जो उनके मोबाइल एप में रहता है। लत लगने के कारण प्वाइंट हारने पर युवा फिर रुपये खर्च कर प्वाइंट खरीदने को विवश हो जाता है।

खूब है ऑनलाइन गेम की डिमांड

एंड्राइड मोबाइल रखने वालों के लिए घर बैठे ही ऑनलाइन जुआ खेलना आसान हो गया है। गूगल पर ऐसे खास ऑनलाइन गेम का पिटारा खुल जाता है। फन अंदर-बाहर, फन टायगेट, ट्रिपल फन, रोलेट जैसे ऑनलाइन गेम खूब चल रहे हैं। खेल में हारने या जीतने पर खेलने वाला शहर में इस कारोबार को चलाने वाले के पास पहुंचता है और प्वाइंट खरीदता-बेचता है।

क्या कहती है पुलिस

निवेदिता कुकरेती (एसएसपी, देहरादून) का कहना है कि ऑनलाइन गेमिंग खेलने का सबसे बड़ा माध्यम स्मार्ट फोन है। हर किसी के फोन को ट्रैक तो नहीं किया जा सकता, लेकिन साइबर सेल को ऑनलाइन गेमिंग मुहैया कराने वालों के बारे में पता लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इस बारे में तकनीकी विशेषज्ञों से भी इनपुट लेकर कार्रवाई की जाएगी।

रिधिम अग्रवाल (डीआइजी, स्पेशल टॉस्क फोर्स, उत्तराखंड) का कहना है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग को पकड़ना आसान नहीं होता। फिर भी साइबर तकनीकी और सोशल मीडिया प्लेटफार्म की मॉनीटरिंग कर कार्रवाई की जाती है। साइबर क्राइम पुलिस उन सभी पहलुओं पर गौर कर रही है, जिनके जरिये ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी को बढ़ावा मिल रहा है। 

यह भी पढ़ें: इस जुर्म को लेकर जेल में बंद कैदियों को नहीं दी जाएगी सजा में रियायत, जानिए

यह भी पढ़ें: 24 हजार अवैध निर्माण, सभी के वैध की गारंटी नहीं


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.