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Coronavirus: उत्‍तराखंड में सांस के मरीजों का भी होगा कोरोना परीक्षण

सरकार ने सांस की गंभीर बीमारियों से पीड़ित और इंफ्लुएंजा के मरीजों का कोरोना परीक्षण करने का निर्णय लिया है। अटल आयुष्मान योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 01:15 PM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2020 01:15 PM (IST)
Coronavirus: उत्‍तराखंड में सांस के मरीजों का भी होगा कोरोना परीक्षण
Coronavirus: उत्‍तराखंड में सांस के मरीजों का भी होगा कोरोना परीक्षण

देहरादून, राज्य ब्यूरो। प्रदेश सरकार ने सांस की गंभीर बीमारियों से पीड़ित और इंफ्लुएंजा के मरीजों का भी कोरोना परीक्षण करने का निर्णय लिया है। इसके लिए अटल आयुष्मान योजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को पत्र लिखा गया है।

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राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक व अपर सचिव युगल किशोर पंत ने बताया कि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सांस की गंभीर बीमारियों व इंफ्लुएंजा इलाज करा रहे मरीजों का भी कोरोना परीक्षण किया जाना है। इसके लिए अटल आयुष्मान योजना के अंतर्गत इन बीमारियों से ग्रस्त विभिन्न अस्पतालों में इलाज करा रहे मरीजों का कोरोना टेस्ट कराने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी को कहा गया है कि सभी संबंधित अस्पतालों को इसके निर्देश दिए जाएं। दरअसल, कोरोना में भी सांस लेने में दिक्कत होती है। ऐसे में सांस की बीमारी का इलाज करा रहे सभी मरीजों का कोरोना परीक्षण कराना जरूरी हो गया है, ताकि उन्हें कोरोना के खतरे से बचाया जा सके और उन पर विशेष ध्यान दिया जा सके।

उन्होंने बताया कि राज्य के श्रमिकों तथा मरीजों के लिए विभिन्न जिलों में राहत शिविर लगाए गए हैं। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन की परिस्थितियों में उन्हें मानसिक अवसाद न हो, इसके लिए मनोचिकित्सकों द्वारा उन्हें उपचार व परामर्श दिया जा रहा है। मकसद यह कि वे भयभीत न हों और राज्य से पलायन की स्थिति उत्पन्न न हो।

14 दिन का क्वारंटाइन पूरा कर चुके लोग जाएंगे घर

कोरोना वायरस की रोकथाम एवं नियंत्रण को उठाए गए कदमों के तहत 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूरा चुके जिन स्वस्थ लोगों की सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं, उन्हें जल्द घर भेजा जाएगा। वे अपने स्वजनों के साथ सामान्य रूप से रह सकेंगे। फिलहाल यह व्यवस्था केवल जिले के अंदर के मामलों में होगी और जिलाधिकारी इस संबंध में निर्णय लेंगे।

जिलों में काफी संख्या में लोग क्वारंटाइन किए गए हैं। इनमें कई ऐसे हैं, जो अपने ही जिले में क्वारंटाइन हैं। 14 दिन की क्वारंटाइन अवधि पूर्ण कर चुके स्वस्थ और जिन लोगों की सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं, अब उन्हें घर भेजने पर जोर दिया जा रहा है। रुद्रप्रयाग समेत कुछ जिलों में ऐसे लोग भी हैं, जो तीन सप्ताह से क्वारंटाइन में हैं और उनकी सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। 

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उच्च शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.धन सिंह रावत ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से हुई चर्चा के बाद बताया कि सरकार इस मामले में गंभीरता से विचार कर रही है। क्वारंटाइन की 14 दिन की अवधि पूर्ण करने वाले जो लोग स्वस्थ हैं और उनकी सभी रिपोर्ट नेगेटिव हैं, उन्हें घर भेजा जाएगा, ताकि वे सामान्य रूप से स्वजनों के साथ रह सकें। यह व्यवस्था केवल जिले के अंदर के लिए होगी और डीएम इस बारे में निर्णय लेंगे।

डॉ.रावत के मुताबिक उन लोगों के संबंध में भी विचार चल रहा है, जो दूसरे जिलों में क्वारंटाइन हैं। साथ ही वे 14 दिन की अवधि पूरा कर चुके हैं और स्वस्थ हैं एवं उनकी सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सोमवार को मुख्यमंत्री से चर्चा की जाएगी।

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