श्रीदेव सुमन विवि में शुरू होंगे शोध और एमफिल, दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा
श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय उत्तराखंड में वर्ष 2019 से पीएचडी और एमफिल पाठ्यक्रम प्रारंभ होने जा रहे हैं। दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित होगी।
देहरादून, [जेएनएन]: श्रीदेव सुमन विवि उत्तराखंड में वर्ष 2019 से पीएचडी एवं एमफिल पाठ्यक्रम शुरू हो रहे हैं। जिसमें छात्र-छात्राएं दाखिले ले सकते हैं। विवि जनवरी 2019 में दोनों पाठ्यक्रमों के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा।
श्रीदेव सुमन विवि उत्तराखंड की शैक्षिक परिषद (ऐकेडमिक काउंसिल) की बैठक कैंप कार्यालय दून विवि परिषद में हुई। जिसकी अध्यक्षता विवि के कुलपति डॉ. यूएस रावत ने की। बैठक में विवि के शैक्षिक परिषद के सभी सदस्यों की मौजूदगी में कई अहम निर्णय लिए गए। छात्र हित में लिए गए फैसले अनुमोदन के लिए विवि की कार्य परिषद को भेजे गए हैं। कुलपति ने बताया कि एचएनबी गढ़वाल विवि से संबद्ध कॉलेजों को श्रीदेव सुमन विवि से संबद्ध कर दिया गया है।
विवि का पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए कमेटी का गठन कर दिया गया है। इसके अलावा विवि से संबद्ध कॉलेजों में प्रयोगात्मक परीक्षा के लिए पारिश्रमिक एवं परीक्षा आयोजन के लिए वित्तीय देयक को भी मंजूरी दे दी गई है। इसके अलावा बैठक में विवि से संबद्ध महाविद्यालय एवं संस्थानों में बीकॉम (ऑनर्स) पाठ्यक्रम संचालित करने व बीए एवं बीएससी बीएड चार वर्षीय इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम संचालित करने जैसे विषयों पर चर्चा के बाद अनुमोदन किया गया।
गोपेश्वर स्थित राजकीय महाविद्यालय श्रीदेव सुमन विवि के अंतर्गत संचालित है। कुलपति डॉ. यूएस रावत ने बताया कि शैक्षिक परिषद की ओर से लिए गए निर्णय अब विवि की कार्य परिषद में रखे जाएंगे। कार्य परिषद को जिन निर्णयों पर आपत्ति होगी, वह उन्हें पुनर्विचार के लिए शैक्षिक परिषद में भेज सकता है। बैठक में विवि के कुलसचिव डॉ. दीपक भट्ट, प्रभारी परीक्षा नियंत्रक दिनेश चंद्रा, निदेशक उच्च शिक्षा जेसी घिल्डियाल के अलावा महाविद्यालयों के प्राचार्य ने प्रतिभाग किया।
शैक्षिक परिषद के महत्वपूर्ण निर्णय
स्नातक-स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए दो-दो वर्ष के गैप को मंजूरी
विवि की शैक्षिक परिषद ने निर्णय लिया कि 12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं दो वर्ष के अंतराल (गैप) के बाद भी विवि के किसी भी संस्थान में दाखिला ले सकते हैं। इससे अधिक समय के अंतराल को दाखिले के लिए स्वीकार नहीं किया जाएगा।
इंटर में चित्रकला पृष्ठभूमि वाले छात्र को ही स्नातक चित्रकला में प्रवेश
छात्र-छात्राओं की मांग थी कि स्नातक चित्रकला में प्रवेश के लिए अनिवार्य योग्यता 10वीं चित्रकला रखी जाए। जिसे विवि की शैक्षिक परिषद ने अस्वीकार कर दिया और इसके लिए योग्यता पूर्व की भांति 12वीं चित्रकला रखा गया है।
बीए-बीएससी बीएड चार वर्षीय इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम एनसीटीई से मान्यता प्राप्त होगा
श्रीदेव सुमन विवि पहली बार बीए-बीएससी बीएड चार वर्षीय इंटीग्रेटेड पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। विवि राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) के नियम के आधार पर ही इसमें प्रवेश देगा। इसके लिए विवि के कुलपति को परिषद की ओर से अधिकृत किया गया है।
पूर्व के बीएड अनुत्तीर्ण छात्रों को एक मौका
सत्र 2014-15 में बीएड एक वर्षीय पाठ्यक्रम में जो छात्र-छात्राएं अनुत्तीर्ण हैं। उन छात्र-छात्राओं को स्पेशल बैक पेपर में सम्मलित होने का एक अवसर और प्रदान किए जाने का परिषद ने निर्णय लिया है।