देहरादून के इस सरकारी अस्पताल में तीमारदार कंधे पर ढो रहा मरीज, वीडियो वायरल होते मचा हड़कंप
सरकार और स्वास्थ्य विभाग बेहतर सुविधाएं देने के दावे भले ही कर ले लेकिन जमीनी स्तर पर व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। दून में ही तीमारदार कंधे पर मरीज ढो रहे हैं। वाकया शहर के प्रमुख सरकारी अस्पताल दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का है।
देहरादून, जेएनएन। सरकार और स्वास्थ्य विभाग बेहतर सुविधाएं देने के दावे भले ही कर ले, लेकिन जमीनी स्तर पर व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं। हालात ये हैं कि राजधानी दून में ही तीमारदार कंधे पर मरीज ढो रहे हैं। वाकया कहीं और नहीं बल्कि शहर के प्रमुख सरकारी अस्पताल, दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय का है।
दरअसल, मंगलवार को दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में एक मरीज को कंधे पर उठाकर ले जाते एक तीमारदार का वीडियो वायरल हुआ। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो अपलोड होते ही लोग इस पर तरह-तरह के कमेंट भी करने लगे। जिससे अस्पताल प्रबंधन की खासी किरकिरी हुई। अफसर इस बात से भी परेशान दिखे कि कहीं मरीज कोरोना संक्रमित तो नहीं है। वीडियो वायरल होते ही अस्पताल के डिप्टी एमएस डॉ. एनएस खत्री ने इसकी जांच कराई। पता चला कि उक्त मरीज अस्पताल के ही एक कर्मचारी का जानने वाला था और उसे एक हादसे में चोट आई थी। हाथ में सूजन होने की वजह से चर्म रोग विशेषज्ञ ने उन्हें फाइन नीडल एस्पिरेशन सायटोलॉजी (एफएनएसी) कराने की सलाह दी। जो ब्लड बैंक के ऊपर लैब में होती है।
डॉ. खत्री ने बताया कि लैब में लिफ्ट एवं रैंप नहीं हैं। इसके लिए उच्चाधिकारियों को लिखा गया है। वहीं, जब तीमारदार कार से मरीज को लेकर आए तो गार्ड ने उन्हें स्ट्रेचर लेकर जाने के लिए कहा गया था।
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बहरहाल, इस घटना के बाद से ही सवाल उठ रहे हैं कि यदि कोई गंभीर मरीज अस्पताल आए, तो इस स्थिति में उसका क्या होगा। इस लापरवाही के कारण किसी की जान पर भी संकट आ सकता है। ऐसा कुछ हुआ तो कौन जिम्मेदार होगा, इसका जवाब किसी अधिकारी के पास नहीं है।
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