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अब नंबर प्लेट में होगी वाहन की पूरी जानकारी, जानिए कैसे

अब उत्‍तराखंड में वाहनों के नंबर प्‍लेट में वाहन के संबंध में पूरी जानकारी रहेगी। इतना ही नहीं, वाहन खरीदने वालों को नंबर प्लेट लगाने के लिए आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।

By Edited By: Published: Fri, 14 Dec 2018 03:00 AM (IST)Updated: Fri, 14 Dec 2018 09:01 PM (IST)
अब नंबर प्लेट में होगी वाहन की पूरी जानकारी, जानिए कैसे
अब नंबर प्लेट में होगी वाहन की पूरी जानकारी, जानिए कैसे

देहरादून विकास गुसाईं। प्रदेश में अब एक अप्रैल 2019 के बाद वाहनों में लगने वाली नंबर प्लेट और अधिक सुरक्षित होगी। इसमें वाहन के संबंध में पूरी जानकारी रहेगी। इतना ही नहीं, वाहन खरीदने वालों को नंबर प्लेट लगाने के लिए आरटीओ कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। डीलर ही उनके वाहनों पर नंबर प्लेट लगाकर देंगे। इस नंबर प्लेट पर एक स्टिकर भी लगाया जाएगा। इसमें रजिस्ट्रेशन करने वाले कार्यालय, वाहन का नंबर और पहले रजिस्ट्रेशन का वर्ष भी अंकित होगा। जल्द ही वाहनों के प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र संबंधी डाटा ऑनलाइन करने की भी तैयारी है। इससे यह पता चल सकेगा कि किस वाहन की प्रदूषण फिटनेस समाप्त हो चुकी है।

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कुछ वर्ष पहले केंद्र सरकार के निर्देश पर प्रदेश सरकार ने वाहनों में हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगानी शुरू की थी। इसका मकसद वाहनों के अवैध इस्तेमाल को रोकना था। दरअसल, पहले अपराधी वाहनों की नंबर प्लेट आसानी से बदल देते थे। इससे वाहनों को ढूंढ़ना काफी मुश्किल होता था। एचएसआरपी में इस तरह की व्यवस्था की गई थी कि इस नंबर प्लेट को जल्दी से बदला नहीं जा सकता था।

हालांकि, एचएसआरपी को लगाने के लिए विभाग को निजी एजेंसी की सहायता लेनी पड़ी। इनका काम संतोषजनक न होने के कारण एसएसआरपी को लागू करने की मंशा फलीभूत नहीं हो पा रही थी। इसे देखते हुए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने दिसंबर में नई अधिसूचना जारी की है।

इसमें यह स्पष्ट किया गया है कि एक अप्रैल 2019 से डीलर ही वाहनों पर नई रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाकर देंगे। उन्हें यह रजिस्ट्रेशन प्लेट वाहन निर्माता ही उपलब्ध कराएंगे। इसके अलावा डीलरों को इन प्लेटों पर रजिस्ट्रेशन का चिह्न लगाने और स्टिकर लगाने के लिए ढांचा भी विकसित करना होगा। नंबर प्लेट की की कीमत वाहन की कीमत में ही शामिल की जाएगी। इसे लगाने के लिए वाहन खरीदने वालों को अलग से कोई कीमत नहीं देनी होगी।

प्लेट में क्या है खास 

नंबर प्लेट में फर्जीवाड़े को रोकने के लिए एक क्रोमियम आधारित होलोग्राम लगाया जाएगा। इसमें नीले रंग का चक्र होगा। इसमें दस अंकों की एक स्थायी पहचान संख्या लेजर के जरिये अंकित की जाएगी। इसके अलावा इसमें एक स्टिकर भी लगाया जाएगा। इस स्टिकर में रजिस्ट्रेशन करने वाले अधिकारी का नाम, वाहन की रजिस्ट्रेशन संख्या, लेजर से अंकित स्थायी पहचान संख्या और रजिस्ट्रेशन की पहली तारीख अंकित की जाएगी।वाहन सॉफ्टवेयर से जुड़ेंगे 

प्रदूषण नियंत्रण केंद्र जल्द ही प्रदूषण नियंत्रण केंद्र को वाहन साफ्टवेयर से भी जोड़ने की तैयारी है। इसके तहत प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र लेने वाले वाहनों, वाहन का प्रदूषण माफ और प्रमाणपत्र की अवधि की जानकारी ऑनलाइन विभाग के पास उपलब्ध रहेगी। इससे यह आसानी से पता चल सकेगा कि कितने वाहन बिना प्रदूषण चेक कराए सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इन्हें संदेश भेजने के साथ ही इन पर कार्रवाई भी की जा सकती है।

टैक्सी में अब नहीं रहेगा चाइल्ड लॉक सिस्टम 

केंद्र ने अब टैक्सी के रूप में चलने वाली एम-वन श्रेणी के वाहनों (कार आदि) से चाइल्ड लॉक सिस्टम हटाने के निर्देश दिए हैं। यह आदेश एक जुलाई 2019 से लागू होगा। केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि चाइल्ड लॉक सिस्टम के होने से कार का दरवाजा भीतर से नहीं खुल पाता। ऐसे में गलत नियत वाले टैक्सी चालक पुरुष अथवा महिला पैसेंजर के साथ चाइल्ड लॉक का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं।

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