प्रदेश में दो माह से नहीं बन रहे राशनकार्ड, जानिए वजह
उत्तराखंड में दो महीने से राशन कार्ड नहीं बन पा रहे हैं। साथ ही राशन कार्ड बनाना, सूचना सुधार, कार्ड को आधार से लिंक कराने समेत अन्य सभी कार्य ठप पड़े हैं।
देहरादून, [जेएनएन]: राशन कार्डों का डाटा वेरिफिकेशन के चलते दो माह से प्रदेश में एक भी राशन कार्ड नहीं बन पाया है। इतना ही नहीं राशन कार्ड बनाना, सूचना सुधार, कार्ड को आधार से लिंक कराने समेत अन्य सभी कार्य ठप हैं। उपभोक्ता हर हफ्ते विभागीय कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। इन समस्याओं का निदान कब होगा और वेबसाइट कब खुलेगी यह विभागीय अधिकारियों को भी नहीं पता है।
दरअसल, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआइडीएआइ) की ओर से 30 मई से राशन कार्डों के आधार डाटा का वेरिफिकेशन शुरू किया गया था। तभी से खाद्य पूर्ति विभाग की वेबसाइट को बंद कर दिया गया था। इसके बाद से ही विभाग में राशन कार्ड संबंधी कार्य ठप हैं। वर्तमान में भी डाटा स्कैनिंग की जा रही है। यूआइडीएआइ की ओर से अभी अधिकारियों को कोई सूचना नहीं दी गई है कि वेरिफिकेशन कब तक पूरा होगा। जिला पूर्ति अधिकारी विपिन कुमार ने बताया कि इस समय राशन कार्डों का आधार डाटा वेरिफिकेशन हो रहा है। इससे राशन कार्ड संंबंधी कार्य नहीं हो रहे हैं। वेबसाइट कब तक खुलेगी इसकी कोई जानकारी नहीं है।
पुरानी सूची पर राशन का आवंटन
राशन कार्डों की सूची प्रत्येक दिन अपडेट होती है। इसमें डुप्लीकेसी वाले कार्ड निरस्त व नए कार्ड बनाए जाते हैं। लेकिन, पिछले दो महीने से राशन कार्डों की सूची अपडेट नहीं हो पाई है। इसलिए विभाग दो महीने पुरानी सूची के आधार पर ही राशन विक्रेताओं को खाद्यान्न का आवंटन कर रहा है।
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