सात सौ प्रवासियों की रैंडम सेंपलिग बनी चुनौती
बाहरी प्रांतों से प्रवासियों की भीड़ यहां पहुंच गई है। न्यायालय के आदेश के बाद प्रवासियों की रैंडम सैंपलिंग स्वास्थ्य विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। गुरुवार को सात सौ में से 38 लोगों के सैंपल लिए गए।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : बाहरी प्रांतों से प्रवासियों की भीड़ यहां पहुंच गई है। न्यायालय के आदेश के बाद प्रवासियों की रैंडम सैंपलिंग स्वास्थ्य विभाग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। गुरुवार को सात सौ में से 38 लोगों के सैंपल लिए गए। जांच रिपोर्ट आने तक सभी को मुनिकीरेती क्षेत्र में क्वारंटाइन किया जाएगा।
प्रवासियों के कारण पर्वतीय में कोरोना वायरस की आशंका को देखते हुए गढ़वाल मंडल के प्रवेश द्वार मुनिकीरेती ऋषिकेश में ही सभी लोगों के रैंडम सेंपलिग की व्यवस्था की गई है। जनपद टिहरी के सीमा वाले क्षेत्र मुनिकीरेती के पूर्णानंद मैदान में गुरुवार को करीब 700 प्रवासी पहुंचे। जिसमें करीब 550 महाराष्ट्र से आए हैं। न्यायालय के आदेश को देखते हुए सभी लोगों की रैंडम सेंपलिग यही की जानी है। स्वास्थ्य विभाग के पास मानव शक्ति और संसाधन कम है। स्वास्थ्य केंद्र फकोट नरेंद्र नगर के प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी डॉ जगदीश चंद्र जोशी के साथ टीम रैंडम सेंपलिग कर रही है। इस कार्य में समय ज्यादा लग रहा है। डॉ. जोशी ने बताया कि गुरुवार को पूरे दिन में 38 लोगों के ही सैंपल लिए जा सके। मौके पर उप जिलाधिकारी नरेंद्र नगर युक्ता मिश्रा, सीओ प्रमोद कुमार शाह, थाना प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी, एसएसआइ संजीत कुमार व्यवस्था बनाने में जुटे हैं।
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भीड़ के लिए पर्याप्त नहीं जगह
जिस गति से मुनिकीरेती के पूर्णानंद क्षेत्र में प्रवासियों की संख्या बढ़ रही है,उस हिसाब से उनके रहने की जगह कम पड़ती जा रही है। प्रशासन के द्वारा यहां आश्रम और विद्यालय प्रवासियों को ठहराने के लिए खोले गए हैं। सभी जगह कंबाइंड शौचालय की व्यवस्था है। शुक्रवार को इनकी संख्या और बढ़ेगी। रैंडम सेंपलिग ज्यादा नहीं हो पा रही है। प्रशासन की मजबूरी है कि जब तक इनकी रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक इन्हें यही रुकना पड़ेगा। नरेंद्र नगर पॉलिटेक्निक और डिग्री कॉलेज को भी जरूरत पड़ने पर खोला जाएगा। उप जिलाधिकारी युक्ता मिश्रा ने बताया कि न्यायालय की गाइडलाइन का पालन करना हमारे जरूरी है। सभी के रहने का यहां उचित प्रबंध किया गया है।
होम क्वारंटाइन 16 लोगों की हुई स्वास्थ्य जांच
रायवाला: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की टीम ने रायवाला में होम क्वारंटाइन में रह रहे 16 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की। सभी लोग स्वस्थ्य पाए गए।
गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पंचायत घर रायवाला में शिविर लगाकर होम क्वारंटाइन लोगों का चेकअप किया। इसके लिए सभी लोगों को उचित शारीरिक दूरी के साथ बैठाया गया। स्वास्थ्य कर्मियों ने इन लोगों को स्वस्थ्य रहने के जरूरी टिप्स भी दिए। रायवाला के ग्राम प्रधान सागर गिरि ने बाहरी राज्यों से गांव लौट रहे सभी लोगों को नियमित चेकअप के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि अब तक विभिन्न राज्यों से 32 लोग वापस लौटे हैं। वहीं गौहरी माफी में 41 लोग घर वापस लौटे हैं। सभी लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है।
रेड जोन से लौटने वाले अब सीधे नहीं जा सकेंगे गांव
रेड जोन से लौट रहे प्रवासियों को अब सीधे अपने गांव में जाने की अनुमति नहीं मिलेगी। रायवाला पुलिस इन लोगों को आवश्यक स्वास्थ्य जांच के बाद सीमा डेंटल कॉलेज ऋषिकेश में बने क्वारंटाइन सेंटर भेज रही है। दरअसल रेड जोन से आने वाले लोगों से कोरोना का खतरा बन रहा है। ऐसे में पुलिस सुरक्षा बरत रही है। गुरुवार को महाराष्ट्र से रायवाला पहुंचे पांच लोगों को भी सीमा डेंटल कॉलेज भेजा गया।
गले में दर्द की शिकायत पर एम्स में भर्ती कराया
गुरुग्राम से रायवाला लौटे एक युवक को गले में दर्द की शिकायत पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है। 28 वर्षीय युवक प्रतीतनगर का रहने वाला है। वह बीते आठ मई को गुरुग्राम से वापस अपने घर लौटा था। बुधवार रात से उसे गले मे दर्द की शिकायत होने लगी। गुरुवार सुबह एम्स की मेडिकल टीम युवक को एम्स ऋषिकेश ले गई जहां उसे भर्ती किया गया है।