राज्य आंदोलनकारी 30 अक्टूबर को करेंगे सत्याग्रह
राज्य सरकार की उपेक्षा से नाराज राज्य आंदोलनकारी 30 अक्टूबर को गांधी पार्क में सत्याग्रह करेंगे।
जागरण संवाददाता, देहरादून : राज्य सरकार की उपेक्षा से नाराज राज्य आंदोलनकारी 30 अक्टूबर को गांधी पार्क में 'सत्याग्रह' करेंगे। राज्य आंदोलनकारियों ने इस दिन को संघर्ष पर्व के रूप में मनाने का आह्वान करते हुए प्रदेशभर के राज्य आंदोलनकारियों से देहरादून आकर सरकार के प्रति अपना विरोध जाहिर करने की अपील की है। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं होती तो राज्य स्थापना दिवस के दिन प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।
रविवार को विभिन्न राज्य आंदोलनकारी संगठनों की एक संयुक्त बैठक कचहरी परिसर स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित हुई। इस मौके पर चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय मुख्य संरक्षक धीरेंद्र प्रताप ने कहा कि उत्तराखंड का निर्माण करने वाले आंदोलनकारियों की मांगों को सरकार कुचल रही है। साढ़े तीन साल बाद भी करीब 150 राज्य आंदोलनकारियों को पेंशन का लाभ नहीं मिल सका, कई आंदोलनकारी तो अब तक चिह्नित भी नहीं हो सके हैं। कहा कि गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग तक पूरी नहीं की गई। इस तानाशाही के विरोध में अब आंदोलन के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। बैठक की अध्यक्षता कर रहे राज्य आंदोलनकारी ओमी उनियाल ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड के मामले में सरकार की गैर जिम्मेदारी के चलते करीब छह महीने से एक भी सुनवाई नहीं हुई है। उन्होंने राज्य आंदोलनकारियों से 'अभी नहीं तो कभी नहीं' के नारे के साथ 30 अक्टूबर को सत्याग्रह में शामिल होने की अपील की। बैठक का संचालन राज्य आंदोलनकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने किया। इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री मनीष नागपाल, चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति की केंद्रीय अध्यक्ष सावित्री नेगी, संरक्षक देवी प्रसाद व्यास, मुख्य प्रवक्ता भुपेंद्र सिंह, पीयुष गौड, विशंभर बौठियाल, सुशील बगासी, महामंत्री अजय माथुर आदि मौजूद रहे।