रायवाला में लगा है गंदगी का अंबार
संवाद सूत्र, रायवाला : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान के लिए स्थानीय प्रशासन कितना गं
संवाद सूत्र, रायवाला : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान के लिए स्थानीय प्रशासन कितना गंभीर है। इसका अंदाजा रायवाला में जगह-जगह लगे कूड़े कचरे के ढेर को देख कर लगाया जा सकता है। रायवाला के मुख्य मार्ग व तमाम जगहों पर कूड़े-कचरे का ढेर लगे हुए हैं। रविवार को रायवाला में केंद्रीय मंत्री उमा भारती की मौजूदगी में शुरू हुआ सेवा ही स्वच्छता अभियान दूसरे दिन ही दम तोड़ता नजर आया।
भारत स्वच्छता अभियान के नाम पर रायवाला से अभियान तो शुरू हुआ लेकिन दूसरे दिन ही इसका असर समाप्त हो गया। साफ सफाई की बाते सिर्फ भाषणों में कैद हो कर रह गई। यहां अब भी तमाम जगहों पर गंदगी व पॉलीथिन का अंबार लगा है। रायवाला जंक्शन के बाहर हाईवे से लेकर रायवाला छावनी व गांव को जाने वाले मुख्य मार्ग गंदगी से अटा पड़ा है। बीईजी रोड का भी यही सूरतेहाल है। यहां होटल ढाबों से बचे खाद्य पदार्थ व कूड़ा-करकट आदि सड़क किनारे फेंक दिया जाता है। जंगल के पास सड़कों के किनारे फेंके गए बासी खाद्य पदार्थ के लालच में जंगली जानवर व हाथी रिहायशी क्षेत्र की ओर आ जाते हैं। गंदगी से क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप व संक्रामक रोगों के बढ़ने का खतरा हमेशा बना रहता है। दरअसल रायवाला क्षेत्र की हरिपुरकलां, प्रतीतनगर, खांडगांव,रायवाला व गौहरीमाफी में कहीं भी कूड़ा निस्तारण की जगह नहीं है। इसके लिए ग्राम पंचायतों के पास वित्तीय संसाधनों की कमी भी अखरती है। लोगों का कहना है कि केवल एक दिन के स्वच्छता अभियान से बात नहीं बनेगी। कूड़ा निस्तारण व स्वच्छता के लिए कारगर इंतजाम जरूरी है। रायवाला की ग्राम प्रधान राखी गिरि का कहना है कि स्वच्छता अभियान की सार्थकता तभी है जब कूड़ा निस्तारण का ठोस इंतजाम हो। ग्राम पंचायत के पास इतने संसाधन नहीं है कि अपने स्तर से कोई व्यवस्था कर सके। मुख्य विकास अधिकारी पांडेय के मुताबिक कूड़ा निस्तारण की समस्या का समाधान कराया जाएगा।