राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बोलीं, नारीशक्ति की क्षमता पर सवाल उठाना नासमझी
महिलाओं की क्षमता पर सवाल उठाना नासमझी है। ये कहना है राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल का।
देहरादून, जेएनएन। अखिल गढ़वाल सभा की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में वक्ताओं ने नारीशक्ति को परिभाषित किया। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजया बड़थ्वाल ने कहा कि नारीशक्ति सृष्टि का निर्माण करती है। उसकी क्षमताओं पर सवाल उठाना नासमझी है। कहा कि शास्त्रों में भी नारी को देवी का दर्जा दिया गया है, लेकिन समाज में नारी को सम्मान के लिए तरसना पड़ता है। यह बेहद चिंता का विषय है।
सोमवार को हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महिला आयोग की अध्यक्ष बड़थ्वाल ने कहा कि समाज के विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना बेहद जरूरी है। हर परिवार में महिला का सम्मान होना चाहिए। डॉ. सविता मोहन ने कहा कि आज महिला ने हर क्षेत्र में स्वयं को साबित किया है। देश की रक्षामंत्री का महिला होना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है।
उत्तराखंड महिला मंच की संयोजक कमला पंत ने कहा कि समाज में बड़े बदलावों में महिलाओं ने सदैव महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चिपको आंदोलन व अन्य इसका उदाहरण हैं। इस अवसर पर गीता गैरोला, अजय जोशी व अन्य उपस्थित रहे।
संगीत ढौंडियाल ने गीतों से बांधा समा
कार्यक्रम में लोकगायिका संगीता ढौंडियाल ने लोकगीतों की प्रस्तुति भी दी। उनकी प्रस्तुति का लोगों ने खूब आनंद लिया। लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उनका अभिवादन किया। लोकगायक आलोक मलासी ने देशभक्ति के गीतों से तालियां बटोरीं।
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