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उत्तराखंड में बारिश ने ध्वस्त किए सारे रिकॉर्ड , सामान्य से दोगुनी हुई बारिश

उत्तराखंड में अप्रैल में बारिश के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। यहां सामान्य से लगभग दोगुनी बारिश हो चुकी है जबकि देहरादून-मसूरी में सर्वाधिक बारिश हुई है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 01 May 2020 09:18 AM (IST)Updated: Fri, 01 May 2020 10:37 PM (IST)
उत्तराखंड में बारिश ने ध्वस्त किए सारे रिकॉर्ड , सामान्य से दोगुनी हुई बारिश
उत्तराखंड में बारिश ने ध्वस्त किए सारे रिकॉर्ड , सामान्य से दोगुनी हुई बारिश

देहरादून, विजय जोशी। इस बार मौसम भी कीर्तिमान बनाने पर तुला हुआ है। उत्तराखंड में अप्रैल में बारिश के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। यहां सामान्य से लगभग दोगुनी बारिश हो चुकी है, जबकि देहरादून-मसूरी में सर्वाधिक बारिश हुई है। नियमित अंतराल पर बारिश होते रहने से पारा भी नीचे ही चल रहा है। पिछले पांच साल में यह अप्रैल सबसे ठंडा रहा है।

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मौसम के मिजाज में आए बदलाव से नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। इस बार उत्तराखंड में बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मार्च में तो यह आलम रहा ही, अप्रैल में भी बादल खूब गरज रहे हैं। हर दूसरे-तीसरे दिन मौसम ने करवट बदल लेता और बारिश के साथ ओलावृष्टि हो जाती है। देहरादून में जहां आमतौर पर 75 मिमी बारिश होती थी, इस बार यहां 225 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई, जो सामान्य से तीन गुना अधिक है। कुल मिलाकर इस बार उत्तराखंड में अभी तक गर्मी का अहसास नहीं हुआ है।

अप्रैल 1997 में भी हुई थी दून में रिकॉर्ड बारिश

देहरादून में इससे पहले अप्रैल 1997 में 111.1 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी, जो अब तक का रिकॉर्ड था, जबकि इस बार यहां 225 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा नैनीताल जिले में इससे पहले 1983 में 152.8 मिलीमीटर रिकॉर्ड बारिश हुई थी। इस बार यहां 169.4 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके अलावा ऊधमसिंह नगर में 1971 में 120 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई थी, जो इस वर्ष रिकॉर्ड किए गए आंकड़े के बराबर ही है।

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पांच साल में सबसे ठंडा रहा यह अप्रैल

बारिश और ओलावृष्टि के बीच उत्तराखंड में पारा भी उछाल नहीं मार पाया। अधिकांश शहरों का तापमान सामान्य दो से पांच डिग्री तक कम बना रहा। दून में पूरे अप्रैल माह में पारा 36 डिग्री से. नहीं पहुंच पाया। यही नहीं 35 या इससे अधिक भी केवल तीन दिन ही रहा। माह में 15 दिन दून का अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री कम रहा।

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