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देहरादून के रायपुर से पकड़े गए गुलदार पर लगाया रेडियो कॉलर

रायपुर रेंज से पकड़े गए गुलदार पर रेडियो कॉलर लगा दिया गया है। वन विभाग ने बीते रोज ही गुलदार को घंटों की मशक्कत के बाद पकड़ा था। अब तक प्रदेश में आठ गुलदारों को रेडियो कॉलर लगा दिया गया है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 17 Apr 2021 09:24 AM (IST)Updated: Sat, 17 Apr 2021 09:24 AM (IST)
देहरादून के रायपुर से पकड़े गए गुलदार पर लगाया रेडियो कॉलर
देहरादून के रायपुर से पकड़े गए गुलदार पर लगाया रेडियो कॉलर।

जागरण संवाददाता, देहरादून। रायपुर रेंज से पकड़े गए गुलदार पर रेडियो कॉलर लगा दिया गया है। वन विभाग ने बीते रोज ही गुलदार को घंटों की मशक्कत के बाद पकड़ा था। अब तक प्रदेश में आठ गुलदारों को रेडियो कॉलर लगा दिया गया है। साथ ही गुलदारों के व्यवहार पर अध्ययन की भी तैयारी है।

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रायपुर रेंज के नथुवाला में गुरुवार को छह घंटे की मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने करीब एक वर्षीय मादा गुलदार को पिंजरे में कैद किया। यह गुलदार करीब एक माह से क्षेत्र में दहशत का सबब बना हुआ था। इस दौरान गुलदार कई मवेशियों को निवाला बना चुका था। क्षेत्रवासियों की शिकायत पर वन विभाग ने यहां पिंजरे भी लगाए थे। 

अब गुलदार को पकड़ने के बाद रेडियो कॉलर लगाकर शहर से 70 किलोमीटर दूर जंगल में छोड़ दिया गया है। अब तक राज्य में आठ गुलदारों पर रेडियो कॉलर लगाए जा चुके हैं। प्रभागीय वनाधिकारी मसूरी, कहकशां नसीम ने बताया कि मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक की अनुमति के बाद गुलदार पर रेडियो कॉलर लगाया गया। रिहायशी क्षेत्र में बढ़ रही धमक के चलते गुलदारों की निगरानी की जा रही है। 

जेएस सुहाग (मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक) ने कहा कि प्रदेशभर में आठ गुलदारों पर रेडियो कॉलर लगाकर उनकी निगरानी की जा रही है। मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने और गुलदारों की रिहायशी इलाकों में आने की प्रवृत्ति को लेकर अध्ययन भी किया जा रहा है। उनके घने जंगलों से शहरों की ओर आने के कारणों पर भी शोध किया जा रहा है।

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