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लॉकडाउन के दौरान राधा स्वामी सत्संग डेरा व्यास ने मिटाई 21 हजार लोगों की भूख

राधा स्वामी सत्संग डेरा व्यास निरंतर जरूरतमंदों की मुहिम में जुटा है। डेरा व्यास ने अब तक 21 हजार जरूतमंदों को भोजन कराया है। जब तक आवश्यकता रहेगी डेरा की सेवा जारी रहेगी।

By Sunil NegiEdited By: Published: Fri, 08 May 2020 03:20 PM (IST)Updated: Fri, 08 May 2020 03:20 PM (IST)
लॉकडाउन के दौरान राधा स्वामी सत्संग डेरा व्यास ने मिटाई 21 हजार लोगों की भूख
लॉकडाउन के दौरान राधा स्वामी सत्संग डेरा व्यास ने मिटाई 21 हजार लोगों की भूख

ऋषिकेश, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान जरूरतंमदों की मदद के लिए विभिन्न संगठन आगे आए हैं। वहीं राधा स्वामी सत्संग डेरा व्यास भी निरंतर जरूरतमंदों की मुहिम में जुटा है।  डेरा व्यास ने अब तक 21 हजार जरूतमंदों को भोजन कराया है। जब तक आवश्यकता रहेगी डेरा की सेवा जारी रहेगी।

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ऋषिकेश में राधा स्वामी सत्संग डेरा व्यास के सेवक 30 मार्च से निरंतर जरूरतमंदों को रात्रि का भोजन उपलब्ध करा रहे हैं। डेरा व्यास के प्रमुख गुरविंदर सिंह ढिल्लो इस कार्य के लिए समूचे देश में शाखा प्रमुखों को प्रेरित किया गया था। ऋषिकेश स्थित गंगा विहार क्षेत्र में डेरा व्यास के सत्संग भवन को राहत केंद्र बनाया गया। यहां करीब 32 सेवक प्रतिदिन अपनी सेवा लंगर तैयार करने में दे रहे हैं। संक्रमण को रोकने के लिए यहां प्रवेश से पहले बकायदा थर्मल स्क्रीनिंग और सेनिटाइजर का प्रयोग किया जाता है। भोजन तैयार करते वक्त भी पूरी सावधानी बरती जाती है।

 शारीरिक दूरी का पालन करते हुए लंगर तैयार करने से पैकेट तैयार करने तक सभी लोग निस्वार्थ भावना से जुटे रहते हैं। डेरा व्यास के सदस्य सचिन चोपड़ा ने बताया कि इस सेवा को 37 दिन पूरे हो गए हैं। 34 दिन तक 600 पैकेट प्रतिदिन और उसके बाद से 500 पैकेट प्रतिदिन ऋषिकेश पुलिस के जरिए जरूरतमंदों तक पहुंचाया जा रहे हैं।

निराश्रित गोवंश के लिए चारा काट रही दो बहनें

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की कड़ी को तोडऩे के लिए देश भर में लॉकडाउन है। लॉकडाउन में सबसे अधिक समस्या उन निराश्रित पशुओं के समक्ष आ गयी है, जो सड़कों और गली मोहल्लों में मिलने वाले चारे व अन्न पर आश्रित रहते हैं। कई सामाजिक संगठन और नागरिक इन निराश्रित पशुओं की चिंता करते हुए आगे भी आए हैं। वहीं श्यामपुर के खदरी खड़कमाफ निवासी दो उच्च शिक्षित बहनें इन दिनों निराश्रित पशुओं के लिए स्वयं चारे की व्यवस्था कर रही हैं।

खदरी-खड़कमाफ श्यामपुर निवासी विनिशा जुगलान व अनिशा जुगलान इन दिनों निराश्रित पशुओं की सेवा में जुटी हैं। विनिशा स्वामी राम हिमालयन विवि से बीकॉम ऑनर्स में गोल्ड मेडलिस्ट रही है और वर्तमान में चार्टेड अकाउंटेंट की तैयारी कर रही है। जबकि उनकी छोटी बहिन अनिशा पंडित ललित मोहन शर्मा राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश में बीकॉम की छात्रा हैं।

श्यामपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में निराश्रित गोवंश हैं, जिनकी परेशानी को देखते हुए पशुपालन विभाग की ओर से सूखा चारा सीरा युक्त भूसे के फूडर ब्लॉक उपलब्ध कराए जा रहे हैं। राजकीय पशु चिकित्सालय श्यामपुर की पशु चिकित्साधिकारी डॉ. सपना बिष्ट के आग्रह पर समाजसेवी विनोद जुगलान विप्र की ओर से हरा चारा (बरसीम) की व्यवस्था की गई है। मजदूरों की मदद से ज्यादातर हरा चारा कटवाया जा रहा है। विनिशा व अनिशा भी अपनी भागीदारी को सुनिश्चित करते हुए नियमित रूप से घर से पास खेतों में पशुओं के लिए चारा काटकर लाती हैं। 

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उनका कहना है कि उनके घर में भी गोवंश है और वह नियमित रूप से गोसेवा करती हैं। इन दिनों घरों के बाहर रहने वाले निराश्रित गोवंश को उनकी सेवा की जरूरत है। साथ ही वे अन्य लोगों को भी गोवंश सेवा के लिए प्रेरित कर रही हैं।

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