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बालावाला में 368 मतों की वैधता पर उठे सवाल, जानिए वजह

बालावाला में 368 मतों की वैधता पर सवाल खड़े हो गए। महापौर के मतपत्र को चार बार की जगह एक बार फोल्ड करने से पत्र पर दूसरी तरफ अन्य प्रत्याशी के चुनाव चिह्न पर भी स्याही लग गई।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 04:50 PM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 04:50 PM (IST)
बालावाला में 368 मतों की वैधता पर उठे सवाल, जानिए वजह
बालावाला में 368 मतों की वैधता पर उठे सवाल, जानिए वजह

देहरादून, जेएनएन। मतदान अधिकारियों की गलती से वार्ड-98 बालावाला में 368 मतों की वैधता पर सवाल खड़े हो गए हैं। महापौर के मतपत्र को चार बार की जगह महज एक बार फोल्ड किए जाने से पत्र पर दूसरी तरफ अन्य प्रत्याशी के चुनाव चिह्न पर भी स्याही लग गई। भाजपा के महापौर प्रत्याशी को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने समर्थकों के साथ इसका विरोध किया। कुछ समर्थकों ने इस बात को लेकर जमकर हंगामा भी किया, जिससे मतदान में भी व्यवधान पैदा हुआ। 

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दोपहर करीब दो बजे महापौर प्रत्याशी सुनील उनियाल गामा जब राजकीय प्राथमिक विद्यालय, बालावाला के कक्ष संख्या एक में पहुंचे तो उस समय भी मतपत्रों को गलत तरीके से फोल्ड किया जा रहा था और स्याही पत्र के दोनों तरफ लग रही थी। गामा ने पूछा कि इस तरह अब तक कितने वोट डाले जा चुके हैं, पीठासीन अधिकारी गुलाब सिंह ने जवाब दिया कि 368 वोट डाले जा चुके हैं।

इस पर गामा और उनके समर्थन बुरी तरह उखड़ गए और उन्होंने कहा कि यह सभी मत बेकार हो चुके हैं। उन्होंने तुरंत मतपेटी बदलने की मांग भी कर डाली। साथ ही इसकी शिकायत जिला निर्वाचन अधिकारी एसए मुरूगेशन व अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) अरविंद कुमार पांडेय से भी की। विरोध की सूचना पर सेक्टर मजिस्ट्रेट व जल निगम के अपर सहायक अभियंता धर्मेंद्र प्रसाद सती भी मतदान स्थल पर पहुंचे। उन्होंने पाया कि वास्तव में मतपत्रों को गलत तरीके से फोल्ड किया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मतपत्र को चार बार फोल्ड किया जाना था, जिससे स्याही एक से अधिक प्रत्याशी के चुनाव चिह्न पर न लग पाए। 

आधा घंटे बाधित रहा मतदान 

महापौर के मतपत्रों को गलत तरीके से फोल्ड करने को लेकर उपजे विवाद के चलते इस बूथ पर मतदान करीब आधे घंटे तक बाधित रहा। वोट डालने के लिए बाहर लगी लंबी लाइन को देखते हुए प्रत्याशी गामा यह कहकर वहां से चले गए कि यदि मत निरस्त किए गए तो यहां पर दोबारा से मतदान कराया जाना चाहिए। 

मतदान अधिकारी ने कहा, नहीं मिला प्रशिक्षण

मतपत्रों को गलत तरीके से फोल्ड करने के मामले में मतदान अधिकारी एस. चौहान ने कहा कि उन्हें इससे पहले मतदान प्रक्रिया को लेकर कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया, जबकि वह प्रशिक्षण स्थल पर उपस्थित भी हुए थे। उन्हें सिर्फ हस्ताक्षर कर वापस लौटा दिया गया। उन्होंने कहा कि मतदान शुरू होने पर सीधे उन्हें यह काम सौंप दिया गया, जिसके चलते यह स्थिति पैदा हुई है। 

एंटी क्लॉक वाइज चिह्न से हो सकता है समाधान 

बालावाला के प्राथमिक विद्यालय स्थित बूथ पर गलत तरीके से मतपत्रों के फोल्ड करने के मामले में अपर जिलाधिकारी अरविंद पांडेय ने कहा कि मत का चिह्न एंटी क्लॉकवाइज (घड़ी की सुइयों के घूमने की विपरीत दिशा) है, लिहाजा यदि इसका निशान पत्र के दूसरे हिस्से पर पड़ेगा तो उसका अंतर आसानी से पता चल जाएगा। ऐसे में इन पत्रों को वैध माना जा सकता है। हालांकि बालावाला में उपजी इस स्थिति को लेकर अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। 

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