पुलिस को चकमा देकर राज्यभवन तक पहुंचे दिव्यांग
मुख्यमंत्री आवास कूच को निकले दिव्यांगों ने पुलिस के पसीने छुड़ा दिए। दिव्यांग पहले गांधी पार्क में पुलिस का घेरा तोड़ निकले और फिर हाथीबड़कलां पुलिस चौकी पर लगे बैरीकेडिंग को पार कर राजभवन तक पहुंच गए। हालांकि वहां पर पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने दिव्यांगों को रोक लिया। इसके बाद भी दिव्यांगों को मनाने में पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी, तब जाकर दिव्यांग लौट गए।
जागरण संवाददाता, देहरादून : मुख्यमंत्री आवास कूच को निकले दिव्यांगों ने पुलिस के पसीने छुड़ा दिए। दिव्यांग पहले गांधी पार्क में पुलिस का घेरा तोड़ निकले और फिर हाथीबड़कलां पुलिस चौकी पर लगे बेरिकेडिंग को पार कर राजभवन तक पहुंच गए। हालांकि वहां पर पहले से तैनात पुलिसकर्मियों ने दिव्यांगों को रोक लिया। इसके बाद भी दिव्यांगों को मनाने में पुलिस को घंटों मशक्कत करनी पड़ी, तब जाकर दिव्यांग लौट गए।
सोमवार दोपहर नंदा देवी निर्धन दिव्यांग कल्याण एसोसिएशन के बैनर तले दिव्यांग गांधी पार्क में एकत्र हुए। यहां मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया। काफी बहस के बाद छह से सात दिव्यांग गुपचुप तरीके से सीएम आवास की ओर निकल गए। जैसे ही पुलिस को भनक लगी, हाथीबड़कलां पुलिस चौकी पर बेरिकेडिंग लगा चेकिंग शुरू कर दी गई। लेकिन, ये दिव्यांग पहचान छिपाकर निकलने में कामयाब रहे। वहीं, राजभवन के समीप तिराहे पर पहले से ही भारी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात थे, जब उन्होंने दिव्यांगों को वहां तक पहुंचा देखा तो वे भी हैरत में पड़ गए। इसके बाद उन्हें वहीं रोका गया।
रोके जाने पर दिव्यांग सड़क किनारे ही बैठ गए और मुख्यमंत्री से मिलने की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान पुलिसकर्मी उन्हें मनाने का प्रयास करते रहे, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद मौके पर पहुंचे प्रशासन के प्रतिनिधियों के आश्वासन पर वे माने। एसोसिएशन के अध्यक्ष बसंत थपलियाल ने कहा कि छह महीने से प्रदेशभर के दिव्यांगों को पेंशन नहीं मिली है। शासन के अधिकारी कह रहे हैं कि पेंशन जारी कर दी गई है, लेकिन विभाग साफ मना कर रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।