सुभारती में कर्मचारियों का प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी
श्रीदेव सुमन सुभारती मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण सरकार ने कर लिया, लेकिन कर्मचारियों ने विरोध शुरू कर दिया है। कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार उन्हें समय पर वेतन नहीं दे पा रही है।
जागरण संवाददाता, देहरादून: श्रीदेव सुमन सुभारती मेडिकल कॉलेज का अधिग्रहण सरकार ने कर लिया, पर अभी कई चुनौतियां मुंह बाए खड़ी हैं। गुरुवार को इसकी एक बानगी दिखी। कॉलेज परिसर में सरकार मुर्दाबाद के नारे लगे और कर्मचारियों ने काम ठप कर दिया। वह सुभारती प्रबंधन को मेडिकल कॉलेज वापस सौंपने की मांग कर रहे थे। कर्मचारियों का कहना था कि माह आधा बीत गया, पर उन्हें वेतन अब तक नहीं मिला है। कॉलेज परिसर में काफी देर हंगामा चलता रहा। जिसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सरकार उन्हें वक्त पर तनख्वाह नहीं दे पा रही है। उनका कहना है कि हर माह 10 तारीख तक वेतन मिल जाता है, लेकिन इस बार नहीं मिला। मेडिकल कॉलेज के अलावा पैरामेडिकल कॉलेज और फार्मेसी में करीब साढ़े छह सौ कर्मचारी हैं। जिन्होंने वेतन न मिलने के कारण कामकाज बंद कर दिया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार श्रीदेव सुमन सुभारती मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, सरकार ने अधिग्रहित कर लिया है। राजकीय दून मेडिकल कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. नवीन थपलियाल और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केके टम्टा को ही कॉलेज और अस्पताल की जिम्मेदारी दी गई है। कॉलेज के अधिग्रहण के बाद यहां तैनात कर्मचारियों के वेतन का भुगतान किस तरह होगा, इसे लेकर अब भी संशय बरकरार है। यही कारण है कि कर्मचारियों को इस बार समय पर वेतन जारी नहीं हो पाया। कर्मचारियों के प्रदर्शन को देखते हुए कॉलेज परिसर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
इधर, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि कॉलेज का अधिग्रहण सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हुआ है। फैकल्टी व स्टाफ को वेतन की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। मेडिकल कॉलेज के सीज खातों से अगले कुछ दिनों में वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा। इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।