ऋषिकेश स्थित यात्रा कार्यालय को देहरादून शिफ्ट किए जाने का विरोध
गढ़वाल मंडल विकास निगम के ऋषिकेश स्थित यात्रा कार्यालय को देहरादून शिफ्ट किए जाने के विरोध में गढ़वाल मंडल विकास निगम अधिकारी व कर्मचारी संघ ने वेट मीटिंग कर विरोध प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि निगम प्रबंधन एक बार फिर अपनी हठधर्मिता पर उतर आया है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश : वर्ष 1976 से ऋषिकेश में संचालित हो रहे गढ़वाल मंडल विकास निगम यात्रा कार्यालय को देहरादून शिफ्ट किए जाने का कर्मचारी संघ गढ़वाल मंडल विकास निगम ने विरोध किया है। संघ ने गेट मीटिंग कर के विरुद्ध आंदोलन की चेतावनी दी।
गुरुवार को बाईपास मार्ग स्थित यात्रा कार्यालय के बाहर गेट मिटिंग में कर्मचारी संघ गढ़वाल मंडल विकास निगम के अध्यक्ष मनमोहन चौधरी ने कहा कि चारधाम यात्रा के प्रवेश द्वार तथा पर्यटन नगरी ऋषिकेश में गढ़वाल मंडल विकास निगम का यात्रा कार्यालय वर्ष 1976 से संचालित हो रहा है। मगर, निगम प्रबंधन इस यात्रा कार्यालय को देहरादून शिफ्ट करने का षड्यंत्र रच रहा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में भी निगम प्रबंधन ने यात्रा कार्यालय को देहरादून शिफ्ट किया
था, मगर तमाम व्यवहारिक तथा तकनीकी दिक्कतों के चलते कुछ माह में ही पुन: यात्रा कार्यालय को ऋषिकेश लाना पड़ा था। इस पूरी प्रक्रिया में निगम का अनावश्यक धन बर्बाद हुआ था। उन्होंने कहा कि एक बार फिर निगम प्रबंधन यात्रा कार्यालय को देहरादून शिफ्ट करने का अव्यवहारिक निर्णय ले रहा है, जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश चारधाम यात्रा का प्रवेश द्वार है। पूरे देश दुनिया से पर्यटक ऋषिकेश पहुंचता है और यहां से गढ़वाल मंडल के पर्यटक स्थल तथा धार्मिक स्थलों की यात्रा करता है। ऐसे में यात्रा कार्यालय ऋषिकेश के बजाय कहीं और से संचालित किया जाना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि यात्रा कार्यालय को देहरादून शिफ्ट किया जाता है तो कर्मचारी संघ उग्र आंदोलन को बाध्य होगा। गेट मीटिंग में किशन सिंह पंवार, रायचंद सिंह रावत, रमेश बिष्ट, कमल सिंह रावत, सूर्य प्रकाश विश्वास, वीरेंद्र गोसाई, भारत भूषण कुकरेती, विमला रावत, कमला देवी, बृजमोहन जुयाल, अरविंद उनियाल, चमन सिंह, भास्कर पुरोहित, संदीप मेवाड़ आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड के कार्मिकों ने दी 22 नवंबर से बेमियादी हड़ताल की चेतावनी, पढ़िए पूरी खबर