जैन समाज को भी राजनीति में मिले समान अवसर
भारतीय जैन मिलन के क्षेत्रीय अधिवेशन में वक्ताओं ने राजनीतिक दलों में जैन समाज के लोगों की उपेक्षा पर चिंता व्यक्त की।
By Edited By: Published: Sun, 24 Mar 2019 08:24 PM (IST)Updated: Mon, 25 Mar 2019 03:31 PM (IST)
देहरादून, जेएनएन। भारतीय जैन मिलन के क्षेत्रीय अधिवेशन में वक्ताओं ने राजनीतिक दलों में जैन समाज के लोगों की उपेक्षा पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने मुखरता से कहा कि जैन समाज के लोगों की अधिक संख्या है और समाज में योग्य लोगों की कमी नहीं है, लेकिन दुर्भाग्य से राजनीतिक दल समाज के लोगों को अवसर प्रदान नहीं कर रहे हैं। मांग उठाई गई कि सबको साथ लेकर चलने का नारा देने वाले राष्ट्रीय दलों को जैन समाज को भी टिकट देना होगा। वहीं, समाज में सराहनीय कार्य करने के लिए पांच लोगों को सम्मानित किया।
जैन धर्मशाला में आयोजित 23वें वार्षिक अधिवेशन में राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर सुरेश जैन ने कहा कि जैन धर्म ने विश्व को सदैव मानवता का मार्ग दिखाया है। मानव कल्याण, पर्यावरण संरक्षण, बेटी प्रोत्साहन समेत अन्य सामाजिक संदेश दिए। उन्होंने राजनेताओं के आचरण में आ रही गिरावट को भी लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं बताया। कहा कि राजनीति में अच्छे लोगों का आना बेहद आवश्यक है। जैन समाज के लोग योग्य हैं, उन्हें भी अवसर मिलना चाहिए।
मुख्य अतिथि महापौर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि जैन समाज ने समाज निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। समाज के लोगों ने सदैव आदर्श नागरिक के रूप में खुद को स्थापित किया है। विशिष्ट अतिथि उत्तराखंड अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ. आरके जैन ने लोगों को जरूरतमंदों की सेवा के लिए आगे आने को प्रेरित किया। कहा कि गरीब की सेवा ही ईश्वर की सच्ची पूजा है।
इस अवसर पर राष्ट्रीय महामंत्री नरेश चंद जैन, क्षेत्रीय मंत्री डॉ. संजीव जैन, विनय कुमार, शाखाध्यक्ष राकेश कुमार जैन, मंत्री अशोक जैन, सचिन जैन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की प्रमुख मधु जैन समेत कई अन्य उपस्थित रहे।
इन लोगों का हुआ सम्मान
नाम, सम्मान
-सुनील उनियाल गामा, नगर गौरव
-डॉ. आरके जैन, उत्तराखंड रत्न
-नरेंद्र कुमार जैन, सम्राट चंद्र गुप्त मौर्य अलंकरण
-दिनेश कुमार जैन, दानवरी भामाशाह अलंकरण
-सुरेश जैन, शिरोमणि रत्न
स्वच्छता को किया जागरूक
क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रमोद कुमार जैन ने लोगों को पौधरोपण, जल संरक्षण, स्वच्छता, नदी-नालों की स्वच्छता के लिए जागरूक किया और इस मुहिम को सफल बनाने में योगदान देने को भी प्रेरित किया।
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