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क्वारंटाइन हुए प्रवासियों का सब्र दे रहा जवाब

लॉकडाउन- 4 में विभिन्न राज्यों से लगातार लौट रहे प्रवासियों ने प्रशासन को मुश्किल में डाल दिया है। मुनिकीरेती क्षेत्र में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहां हर दिन सैकड़ों की संख्या में पहुंच रहे प्रवासियों के लिए व्यवस्थाएं कम पड़ती जा रही हैं। इसके अलावा प्रशासन की टीम को रैंडम सैंपलिंग और क्वारंटाइन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 May 2020 07:28 PM (IST)Updated: Fri, 22 May 2020 07:28 PM (IST)
क्वारंटाइन हुए प्रवासियों  का सब्र दे रहा जवाब
क्वारंटाइन हुए प्रवासियों का सब्र दे रहा जवाब

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: लॉकडाउन- 4 में विभिन्न राज्यों से लगातार लौट रहे प्रवासियों ने प्रशासन को मुश्किल में डाल दिया है। मुनिकीरेती क्षेत्र में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटरों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। यहां हर दिन सैकड़ों की संख्या में पहुंच रहे प्रवासियों के लिए व्यवस्थाएं कम पड़ती जा रही हैं। इसके अलावा प्रशासन की टीम को रैंडम सैंपलिंग और क्वारंटाइन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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पिछले तीन दिनों से बाहर से आने वाले सभी प्रवासियों को ऋषिकेश, रायवाला व मुनिकीरेती क्षेत्र में क्वारंटाइन किया जा रहा है। यहां उनकी रैंडम सैंपलिग करने और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद ही आगे गंतव्यों के लिए भेजा जा रहा है। लेकिन रैंडम सैंपलिग और जांच रिपोर्ट आने में लग रही देरी के चलते इन सेंटरों पर बड़ी संख्या में प्रवासी एकत्र हो रहे हैं। मुनिकीरेती क्षेत्र में सात क्वारंटाइन सेंटर बनाए हैं, जिनमें अधिकांश स्कूलों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। स्कूलों में सीमित शौचालय हैं, ऐसे में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को इन्हीं शौचालयों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। इन सभी परेशानियों के चलते प्रवासियों का सब्र अब जवाब देने लगा है।

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एसडीएम के सामने जताई नाराजगी

मुनिकीरेती के पूर्णानंद स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन शिविर में रह रहे प्रवासियों का गुस्सा शुक्रवार को भड़क गया। प्रवासियों का कहना था कि वह पच्चीस लोग तीन दिन पूर्व यहां आ गए थे। मगर, अभी तक उनका मेडिकल और सैंपलिग भी नहीं की गयी है। यह भी आरोप लगाया कि उन्हें समय पर और पूरा खाना तक नहीं दिया जा रहा है। उनके साथ महिलाएं और बच्चे भी हैं, जिनके लिए दूध भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। प्रवासियों का कहना था कि शुक्रवार सुबह पुलिस ने उनसे घर भेजने के लिए लिस्ट भी मांगी थी, जिस पर उन्होंने बस भी बुक करा दी थी। मगर, अचानक उन्हें यह बताया गया कि उन्हें अभी आगे नहीं भेजा जाएगा। बहरहाल उप जिलाधिकारी ने जल्द मेडिकल जांच कराकर उन्हें आगे भेजने का आश्वासन देते हुए शांत कराया।

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साई बाबा स्कूल में भी हंगामा

मुनिकीरेती क्षेत्र के तपोवन स्थित साई बाबा स्कूल में भी प्रशासन ने 25 लोगों को क्वारंटाइन किया है। शुक्रवार की सुबह यहां क्वारंटाइन किये गये लोगों ने भी भोजन की खराब व्यवस्था को लेकर हंगामा काटा। उन्होंने शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।

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बाहर से खाना मंगाकर खा रहे प्रवासी

ट्रांजिस्ट कैंपों में भोजन न मिलने से नाराज प्रवासी अब बाहर से भोजन मंगाने को विवश हो रहे हैं। मुनिकीरेती पूर्णानंद इंटर कॉलेज में रोके गए घनसाली निवासी कमल सिंह ने बताया कि उनके साथ महिलाएं और बच्चे भी हैं। जिन्हें समय पर खाना नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में उन्हें होम डिलीवरी के जरिए बाहर से भोजन मंगाना पड़ रहा है।

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800 प्रवासी और पहुंचे

मुनिकीरेती स्थित पूर्णानंद मैदान में शुक्रवार को विभिन्न राज्यों से आठ सौ प्रवासी और पहुंचे। अमृतसर से ट्रेन से व अन्य माध्यमों से ये लोग यहां पहुंचे। पहले तो प्रवासियों को सामान्य जांच के बाद उनके गंतव्यों के लिए भेजा जा रहा था, मगर, अब उच्च न्यायालय के आदेश के बाद प्रवासियों को कोविड रिपोर्ट आने तक यहीं रोका जा रहा है।

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उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में बाहर से आने वाले सभी प्रवासियों को मेडिकल व रैंडम सैंपलिग के लिए यहां रोका जा रहा है। अचानक प्रवासियों की संख्या बढ़ने से व्यवस्थाएं कुछ प्रभावित हुई हैं। जिन्हें दुरुस्त किया जा रहा है। आज भी स्वास्थ्य जांच और सैंपल रिपोर्ट आने के बाद कई प्रवासियों को उनके गंतव्यों के लिए भेजा गया है।

- युक्ता मिश्रा, उप जिलाधिकारी, नरेंद्रनगर


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