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लॉकडाउन में 10 किमी पैदल चल अस्पताल पहुंची गर्भवती महिला

यमकेश्वर प्रखंड के लक्ष्मण झूला-नीलकंठ मार्ग पर स्थित घट्टूघाट गांव की एक गर्भवती महिला को लक्ष्मण झूला स्थित अस्पताल आने के लिए करीब दस किलोमीटर का पैदल चलना पड़ा।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 14 May 2020 06:23 PM (IST)Updated: Thu, 14 May 2020 06:23 PM (IST)
लॉकडाउन में 10 किमी पैदल चल अस्पताल पहुंची गर्भवती महिला
लॉकडाउन में 10 किमी पैदल चल अस्पताल पहुंची गर्भवती महिला

ऋषिकेश, जेएनएन। लॉकडाउन में सार्वजनिक वाहन प्रतिबंधित है केवल निजी वाहनों को निर्धारित सवारियों पर अनुमति दी गई है। सार्वजनिक वाहन न चलने से पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। यमकेश्वर प्रखंड के लक्ष्मण झूला-नीलकंठ मार्ग पर स्थित घट्टूघाट गांव की एक नौ माह की गर्भवती महिला को लक्ष्मण झूला स्थित अस्पताल आने के लिए करीब दस किलोमीटर का पैदल चलना पड़ा।

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 घटटूघाट गांव निवासी गणा देवी ने बताया कि वह नौ माह की गर्भवती पुत्रवधू को गांव से दस किलोमीटर पैदल चलाकर लक्ष्मण झूला अस्पताल में चेकअप के लिए लाई थी। जब वापसी में भी उन्हें कोई वाहन नहीं मिला तो वह पैदल ही गांव के लिए चल दिए। उन्होंने बताया कि चलते-चलते जब वह थक जाते थे तो सड़क किनारे बैठ कर थोड़ा आराम कर लेते हैं। 

उन्होंने बताया कि गर्भवती बहू की परेशानी को देख हुए उन्होंने सड़क से गुजर रहे इक्का-दुक्का चौपहिया वाहनों को रोकने की कोशिश भी की, लेकिन किसी वाहन चालक ने रुक कर उनकी मदद नही की। उन्होंने बताया कि नौ माह की गर्भवती बहू मोनिका को टीका लगना था। घर के पुरुष दूरस्थ स्थानों पर नौकरी पर हैं जिस कारण वह स्वयं ही बहू को लेकर अस्पताल के लिए आई। उन्होंने बताया कि आम दिनों में जहां नीलकंठ-लक्ष्मण झूला मोटर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बनी रहती हैं। जिसकारण उन्हें आने-जाने में दिक्कत नहीं होती थी। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लॉकडाउन के दौरान गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष रूप से घर पर ही चिकित्सा जांच का प्रबंध करें ताकि पर्वतीय क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को कई किलोमीटर की दूरी पैदल न तय करनी पड़े।

तहसीदार की परेशानी देख बदला हेल्पलाइन नंबर

अन्य प्रांतों में जाने के लिए उप जिलाधिकारी को ई-पास जारी करने का अधिकार देते हुए शासन ने इनके व्हाट्सएप नंबर सार्वजनिक किए हैं। लेकिन ऋषिकेश के लिए उपजिलाधिकारी के बजाय तहसीलदार का निजी नंबर जारी कर दिया गया। पिछले तीन दिन से तहसीलदार नेशनल और इंटरनेशनल कॉल और व्हाट्सएप से परेशान थी। तहसीलदार रेखा आर्य ने अपर जिलाधिकारी प्रशासन रामजी शरण शर्मा को इस समस्या से अवगत कराया गया। अब तहसीलदार को मेडिकल हेल्पलाइन पास जारी करने के लिए नया नंबर 7906650134 जारी किया गया है।

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