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Positive India: भटक रहे पशुओं के लिए पुलिस बनी फरिश्ता, चारे का इंतजाम कर मिटाई उनकी भूख

विकासनगर में पुलिस ने रूरतमंद लोगों को खाना खिलाने के साथ ही निराश्रित पशुओं के चारे की भी व्यवस्था की है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 31 Mar 2020 05:16 PM (IST)Updated: Tue, 31 Mar 2020 05:16 PM (IST)
Positive India: भटक रहे पशुओं के लिए पुलिस बनी फरिश्ता, चारे का इंतजाम कर मिटाई उनकी भूख
Positive India: भटक रहे पशुओं के लिए पुलिस बनी फरिश्ता, चारे का इंतजाम कर मिटाई उनकी भूख

ऋषिकेश, जेएनएन। coronavirus के बढ़ते संक्रमण के कारण देश भर में लॉकडाउन है। ऐसे में सभी लोगों के सामने भोजन का संकट भी खड़ा हो गया है। वहीं, निराश्रित पशुओं को भी चारा नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में पुलिस मदद को आगे आई और जरूरतमंद लोगों को खाना खिलाने के साथ ही निराश्रित पशुओं के चारे की भी व्यवस्था की है।

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चौकी प्रभारी तपोवन उप निरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि तपोवन व आसपास क्षेत्र में घूमने वाले पशु यहां होटल, रेस्टोरेंट और आश्रमों के बचे खानों पर निर्भर रहते थे। मगर, इन दिनों उन्हें खाना नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में पुलिस ने निराश्रित पशुओं और अन्य जानवरों की दशा को देखते हुए उनके लिए थोक मंडी ऋषिकेश से कटा हुआ चारा लाया गया। तपोवन क्षेत्र में पांच अलग-अलग स्थानों पर चारा डाल कर पशुओं को दिया गया। 

उन्होंने बताया कि चिह्नित किए हुए इन स्थानों पर अब रोजाना चारा डाला जाएगा, जिससे सभी पशुओं को पता लग जाए कि एक निर्धारित समय पर उनके लिए चारा उपलब्ध हो रहा है। पुलिस की इस मुहिम को आगे बढ़ाने में ग्राम प्रधान चयन सिंह बिष्ट, सच्चा धाम संरक्षक रविंद्र ब्रह्मचारी, क्षेत्र पंचायत सदस्य सुलोचना कपरवाण, कविता कंडवाल, शंकर राय, वेद प्रकाश मैठाणी समाजसेवी विनोद अग्रवाल भी आगे आए हैं।

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पशुपालकों के आगे चारे का संकट

डोईवाला में कोरोना वायरस के चलते घरेलू जानवरों के लिए चारा पानी एकत्रित करना पशुपालकों और किसानों के लिए कठिन बन रहा है। पशुओं के लिए भूसा उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। आपूर्ति कम होने के कारण भूसा 15 सौ रुपए कुंतल बिक रहा है। इससे पशुपालक परेशान है। जीवनवाला के पूर्व प्रधान इंद्रजीत सिंह और कमलजीत कौर ने बताया कि सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को उठानी पड़ रही है। उन्हें परिवार के खाने पीने की चिंता के साथ पशुओं की चिंता भी करनी पड़ रही है। भूसा भी एक हजार से बढ़कर 15 सौ रुपए प्रति कुंतल पहुंच गया है। पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष डबल सिंह भंडारी ने बताया ऐसे में पशुपालकों के सामने चारे की परेशानी हो रही है।

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