आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को जनसंख्या नियंत्रण जरूरी: डॉ. इंद्रेश
जनसंख्या पर नियंत्रण से ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना धरातल पर उतर सकती है। अखंड भारत और विश्व गुरु बनने का सपना भी तभी पूर्ण हो सकता है।
जागरण संवाददाता, देहरादून : जनसंख्या पर नियंत्रण से ही आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना धरातल पर उतर सकती है। अखंड भारत और विश्व गुरु बनने का सपना भी तभी पूर्ण हो सकता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार ने जनसंख्या समाधान फाउंडेशन की बैठक में यह बात कहीं।
रविवार को फाउंडेशन की ओर से आयोजित ऑनलाइन बैठक में देशभर के 22 राज्यों के कार्यकत्र्ताओं ने प्रतिभाग किया। फाउंडेशन के मुख्य संरक्षक डॉ. इंद्रेश कुमार ने बतौर मुख्य वक्ता बैठक को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी, गरीबी, भुखमरी और कुपोषण का मुख्य कारण अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि है। उन्होंने सुझाया कि जनसंख्या विस्फोट की इस समस्या के समाधान के लिए देश के सभी नागरिकों के लिए जाति, धर्म, क्षेत्र व भाषा से ऊपर उठकर समान रूप से जनसंख्या कानून लागू होना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी ने सिद्ध किया है कि देश में अधिक जनसंख्या एक भीषण चुनौती साबित हुई है। उन्होंने कोरोनाकाल में 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर 162 जिला मुख्यालयों के कार्यकत्र्ताओं के प्रधानमंत्री मोदी को जनसंख्या नियंत्रण विषय पर ज्ञापन भेजे जाने की सराहना की। उसके बाद देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, कानून मंत्री और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को 140 जिलों से सीधे पत्र लिखे जाने पर उन्होंने जम्मू, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, आसाम, त्रिपुरा, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और केरल के सभी कार्यकत्र्ताओं को बधाई दी। ऑनलाइन बैठक का आयोजन फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी के फेसबुक पेज पर हुआ।