देहरादून में हुक्का पार्टी का पुलिस और प्रशासन ने उड़ाया धुआं, पढ़िए पूरी खबर
पुलिस प्रशासन की टीम ने एक कैफे में हुक्का पार्टी की सूचना पर छापा मारा। लेकिन इससे पहले ही कैफे संचालक ने सामान समेट लिया।
देहरादून, जेएनएन। जिलाधिकारी के आदेश को चुनौती देने के अंदाज में एक कैफे संचालक हुक्का पार्टी का आयोजन करने जा रहा था। इसके लिए बाकायदा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिए, जिसमें हुक्का पार्टी का स्पष्ट जिक्र था। लेकिन, पुलिस-प्रशासन को इसकी भनक लग गई। कैफे संचालक को यह पता चला तो उसने पार्टी शुरू करने से पहले ही सामान समेट लिया। देर रात तक आबकारी विभाग की टीम मौके पर जांच-पड़ताल कर रही थी।
हुक्का पार्टी का यह आयोजन एशटैग कैफे की ओर से किया जा रहा था। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन में पार्टी का समय रविवार रात 10 बजे तक तय था। इससे पहले कि पार्टी शुरू हो पाती, जिलाधिकारी सी. रविशंकर और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अरुण मोहन जोशी को इसकी जानकारी मिल गई।
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर जिला आबकारी अधिकारी मनोज कुमार उपाध्याय, निरीक्षक संजय रावत आदि शाम को ही छापेमारी के लिए निकल पड़े थे। कैफे के बाहर भीड़-भाड़ न दिखने पर कुछ देर टीम ने रुककर रेकी भी की। निरीक्षण के दौरान दीवारों पर हुक्के से संबंधित चित्र तो मिले, मगर हुक्का परोसने जैसी बात सामने नहीं आई। फिर भी तसल्ली के लिए टीम ने कैफे के रजिस्टर, बिल आदि की भी छानबीन शुरू की। साथ ही दीवारों से हुक्का परोसने के चित्र तत्काल मिटाने के भी निर्देश दिए गए।
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रेस्तरां-बार में लिखना होगा, नहीं परोसा जाता हुक्का
जिला आबकारी अधिकारी मनोज कुमार उपाध्याय के मुताबिक सभी रेस्तरां व बार संचालकों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने यहां सूचना चस्पा करें 'यहां हुक्का नहीं परोसा जाता है'। यदि नियमों का उल्लंघन पाया गया तो लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
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