दलालों की एंट्री पर लगेगी रोक, आरटीओ में जल्द खुलेगी पुलिस चौकी
एआरटीओ ने जिलाधिकारी को पत्र देकर आरटीओ में पुलिस चौकी खोलने की मांग की है। एआरटीओ प्रशासन ने साइबर कैफों की मनमानी रोकने को दफ्तर में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने की मांग भी की है।
देहरादून, जेएनएन। दफ्तर में दलालों और अनाधिकृत लोगों की एंट्री रोकने के लिए एआरटीओ ने जिलाधिकारी को पत्र देकर आरटीओ में पुलिस चौकी खोलने की मांग की है। एआरटीओ प्रशासन ने साइबर कैफों की मनमानी रोकने के लिए दफ्तर में कॉमन सर्विस सेंटर खोलने की मांग भी की है। पुलिस चौकी खोलने के लिए आरटीओ परिसर में कमरा देने की बात भी कही गई।
शनिवार को कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी सी. रविशंकर से मुलाकात के दौरान एआरटीओ प्रशासन द्वारिका प्रसाद ने बताया कि दफ्तर में अनाधिकृत लोगों का प्रवेश पूरी तरह से रोकने के लिए पुलिस की जरूरत है। अगर सुबह से शाम तक दफ्तर में पुलिस नियुक्त रहे तो जीरो टॉलरेंस की प्रक्रिया को बढ़ावा मिलेगा। एआरटीओ ने बताया कि इस बारे में एसपी सिटी को दो दिन पहले पत्र देकर आरटीओ दफ्तर में और बाहर अनाधिकृत रूप से घूमने वाले लोगों को चिह्नित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था।
बता दें कि दो हफ्ते पहले आरटीओ में विजिलेंस कार्रवाई के बाद दफ्तर में दलालों के बेरोकटोक प्रवेश व सरकारी कुर्सियों पर बैठकर काम करने का खुलासा हो चुका है। इसमें विजिलेंस ने मुख्य सहायक की कुर्सी पर बैठकर सरकारी काम कर रहे दलाल को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया था। मुख्य सहायक समेत एक अन्य दलाल भी गिरफ्तार किया गया था। जांच में विजिलेंस ने आरटीओ दफ्तर में चल रही गतिविधियों की रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें कुछ कर्मियों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही।
ऐसे में दफ्तर को दलालों के चंगुल और भ्रष्टाचार से मुक्त कर 'साफ-सुथरा' बनाने को अफसर कसरत कर रहे हैं। दलालों का प्रवेश पहले ही प्रतिबंधित किया जा चुका है और इसके बाद अब पुलिस चौकी खोलने की कसरत चल रही। लोगों को काम कराने खुद आने को कहा जा रहा। व्यक्तिगत मौजूदगी बिना न टैक्स जमा किया जा रहा, न फिटनेस, न ही परमिट बनाए जा रहे। शर्तो के बाद सभी लोगों को लौटाया गया, जो किसी और का काम कराने आए थे।
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बंद होगी साइबर कैफे की लूट
साइबर कैफों की 'लूट' रोकने को दफ्तर में महज तीस रुपये शुल्क देकर सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) के जरिए आवेदकों को सुविधा मिलेगी। मौजूदा समय में किसी भी काम के लिए सायबर कैफे से आवेदन करना पड़ता है। आरटीओ दफ्तर के बाहर कुकुरमुत्तों की तरह सायबर कैफे खुले हुए हैं और यहां मनमानी रकम लेकर आवेदकों को लूटा जा रहा है। कैफे संचालक किसी भी काम के लिए दो सौ से तीन सौ रुपये शुल्क वसूल रहे हैं।
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सीएससी पर यह सुविधा मिलेगी
वाहन ट्रांसफर, डुप्लीकेट आरसी, आरसी में पता बदलना, लोन चढ़ाना, लोन उतारना, लोन जारी रखना, एनओसी लेना, फिटनेस आवेदन, डुप्लीकेट फिटनेस आवेदन, वाहन का पंजीकरण नवीनीकरण, वाहन के प्रकार में बदलाव, भार वाहनों के लिए नए परमिट आवेदन।
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