्र पंजीकरण में फर्जीवाड़े पर पुलिस हुई सख्त
धामों में दर्शन के लिए शासन की ओर से स्लाट व्यवस्था के साथ कुछ लोग छेड़छाड़ कर रहे हैं। आनलाइन पंजीकरण में फर्जीवाड़ा कर दर्शन की तारीख बदली जा रही है।
जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: धामों में दर्शन के लिए शासन की ओर से स्लाट व्यवस्था के साथ कुछ लोग छेड़छाड़ कर रहे हैं। आनलाइन पंजीकरण में फर्जीवाड़ा कर दर्शन की तारीख बदली जा रही है। यह मामले संज्ञान में आने के बाद पुलिस मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई कर रही है।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से जारी वेबसाइट में निश्शुल्क आनलाइन पंजीकरण की सुविधा श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई गई है। धामों में बढ़ रही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए दर्शन के स्लाट की व्यवस्था की गई है। जिसमें वर्तमान में श्रद्धालुओं को दर्शन की लंबी तारीख मिल रही है। आनलाइन प्रक्रिया से अनभिज्ञ श्रद्धालु ट्रैवल एजेंट और साइबर कैफे संचालकों का शिकार बन रहे हैं। ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून में इस तरह का फर्जीवाड़ा चल रहा है। मामला संज्ञान में आने के बाद बीते शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक ने ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे।
जिसके बाद से जनपद टिहरी गढ़वाल के अंतर्गत गंगोत्री हाईवे पर भद्रकाली और बदरीनाथ हाईवे पर व्यासी चेक पोस्ट में श्रद्धालुओं के पंजीकरण में बारकोड की जांच की जा रही है। जिसमें पंजीकरण में फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि साइबर कैफे संचालक और ट्रैवल एजेंट जो पंजीकरण निश्शुल्क होता है, उसके बदले प्रति यात्री 250 रुपया वसूल कर रहे हैं। साथ ही इन फर्जीवाड़े को अंजाम दे रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि भद्रकाली और व्यासी चेक पोस्ट पर यात्री पंजीकरण की सघन जांच की जा रही है। जांच के बाद मामला पकड़ में आने पर कठोर कार्रवाई की जा रही है। उधर ऋषिकेश पंजीकरण केंद्र के बाहर प्रशासन निरंतर इस बात की मुनादी करा रहा है कि यात्री पंजीकरण केंद्र के अलावा कहीं भी पंजीकरण ना कराएं।