Move to Jagran APP

पतंजलि चारे के नाम पर की साइबर ठगी, पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किए दो अंतरराज्यीय ठग

उत्‍तराखंड में आनलाइन ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। दूसरे राज्‍यों में बैठे ठग यहां को लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में पतंजलि चारे के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने बिहार से दबोचा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 16 Mar 2022 04:58 PM (IST)Updated: Wed, 16 Mar 2022 08:10 PM (IST)
पतंजलि चारे के नाम पर की साइबर ठगी, पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार किए दो अंतरराज्यीय ठग
चमोली पुलिस ने अंतरराज्‍यीय गिरोह के दो आरोपितों को बिहार से गिरफ्तार किया है।

संवाद सहयोगी, गोपेश्वर (चमोली)। चमोली पुलिस ने पतंजलि चारे के नाम पर देशभर में साइबर ठगी कर लाखों का चूना लगाने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के दो आरोपितों को बीते मंगलवार को बिहार से गिरफ्तार किया है। स्थानीय न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपितों को उत्तराखंड लाया गया। बुधवार को न्यायालय में पेश करने के बाद आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। जबकि एक अन्य आरोपित की गिरफ्तारी के लिए चमोली पुलिस की टीम बिहार में दबिश दे रही है।

loksabha election banner

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सात अक्टूबर 2021 को संजय सिंह चौहान निवासी ग्राम भ्यूंडार चमोली निवासी ने गोविंदघाट पुलिस चौकी में लिखित तहरीर दी थी। बताया कि उनके पिता 81 वर्षीय देवेंद्र चौहान ने गूगल के माध्यम से आनलाइन पतंजलि गाय चारा मंगवाने के लिए नंबर सर्च किया था।

सर्च की गई जानकारी पर डा. सुनील गुप्ता पंतजलि मोबाइल नंबर 6290480709 प्रदर्शित हुआ। जिस नंबर पर काल करने पर उक्त व्यक्ति ने चारे की डिलीवरी के लिए 9860 रुपये की मांग की गई। पांच अक्टूबर को 5100 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस व 25,000 रुपये सिक्योरिटी के तौर पर धनराशि की मांग की गई।

जिसका भुगतान गूगल पे द्वारा किया गया। छह अक्टूबर को आरोपितों ने 17220 रुपये की मांग की। जिसका भुगतान पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, पंजाब नेशनल बैंक बहादराबाद हरिद्धार की शाखा के नाम पर किया गया। इसके बाद भी उनको गाय का चारा नहीं पहुंचाया गया। पतंजलि के नाम पर कुल 57180 रुपये की धोखाधड़ी की गई।

शिकायत के आधार पर थाना गोविंदघाट में मुकदमा दर्ज किया गया। अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसपी श्वेता चौबे ने गिरफ्तारी के लिए संयुक्त टीम गठित की। टीम ने घटना में प्रयुक्त बैंक खातों तथा अभियुक्तों द्वारा शिकायतकर्त्‍ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की गई।

सर्विलांस सेल का प्रयोग कर आरोपितों की लोकेशन के संबंध में जानकारी ली गई तो ज्ञात हुआ कि आरोपित पटना बिहार में छिपे हुए हैं। जिस पर तत्काल टीम को बिहार रवाना किया गया।

पुलिस टीम ने घटना में संलिप्त आरोपितों परमानन्द पुत्र रघुनन्दन दास निवासी भगवान गंज व राजा बाबू पुत्र रामजी बाबू निवासी भगवान गंज को भगवानगंज बिहार से गिरफ्तार किया। स्थानीय न्यायालय में ट्रांजिट रिमांड लेकर उन्हें उत्तराखंड लाया गया। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह संगठित गिरोह बनाकर देशभर में कई लोग के साथ धोखाधड़ी कर चुके हैं।

पुलिस अधीक्षक चमोली श्वेता चौबे ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित राजा बाबू ने पूछताछ में बताया कि वह खाता खुलवाने व मोबाइल नंबर को ङ्क्षलक करवाने के मुख्य एंजेट के रूप में कार्य करता है। गिरोह का मास्टर माइंड आजाद है, जो नालंदा बिहार का रहने वाला है।

बताया कि वह और आजाद गिरोह के अन्य लोग के साथ मिलकर गांव के भोलेभाले व्यक्तियों को विश्वास में लेकर यह बताकर कि आपके खाते में सरकारी योजनाओं के पैसे आएंगे। जिसके बाद उनके बैंक खाते खुलवाते थे।

बताया कि गिरोह के मास्टरमाइंड उसे पांच हजार रुपये व फर्जी सिम लाकर देते थे। जब भी कोई खाता खुलवाया जाता है, फर्जी आइडी से लिए नंबर को रजिस्टर करवा दिया जाता है। खाता खुलवाने व फर्जी आइडी से लिए मोबाइल नंबर को लिं क करवाने के बाद गिरोह के मास्टरमाइंड को एटीएम कार्ड व फर्जी सिम दे देते हैं। जिससे वह लेन देन कर सके। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने बताया कि आजाद की गिरफ्तारी के लिए नालंदा बिहार में दबिश दी जाएगी।

यह भी पढ़ें:- Roorkee News: फाइनेंस कंपनी से चार लाख लूटने वाला कर्मचारी गिरफ्तार


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.