पूजा का शातिरपना ही उसे ले डूबा, पुलिस शक न करे इसलिए दी थी आत्महत्या की धमकी
ऋषिकेश में 24 दिन पति को तलाशने के लिए पूजा लगातार ड्रामा करती रही। उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन उसका यह शातिरपना उसे ही ले डूबा।
ऋषिकेश, जेएनएन। 24 दिन पति को तलाशने के लिए पूजा लगातार ड्रामा करती रही। उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन उसका यह शातिरपना उसे ही ले डूबा। उस पर पुलिस शक न करे इसके लिए पूजा ने पति को जल्द ढूंढने के लिए बच्चों सहित आत्महत्या करने की धमकी दी, लेकिन 20 जुलाई को पति नरेंद्र का फोन आने और उसे धमकाने का झूठा बोलकर वह अपने ही जाल में फंस गई।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि नरेंद्र का फोन आने की जानकारी के बाद पुलिस ने अपनी जांच मोबाइल और कॉल पर केंद्रित कर दी। जिस नंबर से पूजा को फोन आया वह नंबर तो लापता नरेंद्र का था मगर मोबाइल दूसरा निकला, यहीं से पूजा पर शक गहरा गया। साथ ही उस मोबाइल में तीन सिम इस्तेमाल किए गए थे। जांच में पता चला कि पूजा ने ही अमन से नरेंद्र के सिम से ज्वालापुर जाकर फोन करने का कहा था। वहीं इस दौरान अमन का मोबाइल अपने पास ही रखा, जिससे अमन की लोकेशन यहीं मिलती रहे। जिससे जांच में यह साबित न हो कि अमन उस समय ज्वालापुर मे था।
काम के दौरान अमन से बने संबंध
नरेंद्र राठी ने एक वर्ष पहले ही गली नंबर नौ में मकान खरीदा था। इस मकान में कुछ काम होना था, जिसके लिए पास ही रहने वाले प्लंबर अमन को बुलाया गया। उस समय से अमन का नरेंद्र के घर आना-जाना शुरू हुआ। एक बार नरेंद्र के पैर में चोट लगी थी तो अमन की मां ने पैर में कई दिन तक मालिश की थी। इस दौर भी अमन आता रहा। इसी दौरान अमन और पूजा के संबंध बने।
घर पर ही दबा था शव
पूजा अपने पति की तलाश करना ड्रामा करती रही जबकि उसे पता था कि शव घर पर ही दबा है। जहां पर शव दबा था उस शौचालय को घर वाले इस्तेमाल करते थे। लेकिन वह इससे अनजान थे। पुलिस उपाधीक्षक भूपेंद्र सिंह धोनी ने बताया कि अब तक की कई वारदात हुई। शौचालय के फर्श से शव की बरामदगी वाकई चौंकाने वाली है।
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