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लॉटरी का लालच देकर ठगे करोड़ों, पांच गिरफ्तार

देेहरादून पुलिस ने साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी लॉटरी के नाम पर लोगों को ठगते थे।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 13 Feb 2018 02:50 PM (IST)Updated: Tue, 13 Feb 2018 09:13 PM (IST)
लॉटरी का लालच देकर ठगे करोड़ों, पांच गिरफ्तार
लॉटरी का लालच देकर ठगे करोड़ों, पांच गिरफ्तार

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v style="text-align: justify;">देहरादून, [जेएनएन]: लॉटरी का लालच और विदेशी करेंसी में टैक्स छूट दिलाने वाले गैंग के पांच सदस्यों को साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने दून के तीन लोगों से सवा दो करोड़ की ऑनलाइन ठगी की। आरोपी फोन और ईमेल के माध्यम से रकम दोगुनी करने का लालच देते थे। इस गैंग के दो सदस्य पहले से ही जेल में हैं और अभी तीन फरार चल रहे हैं। 
साइबर क्राइम थाना पुलिस को लॉटरी के नाम पर ऑनलाइन ठगी करने वाले गैंग को पकड़ने में सफलता मिली है। पकड़े गए आरोपियों में तीन अरुणाचल प्रदेश और दो उड़ीसा के रहने वाले हैं। पुलिस मुख्यालय में मामले की जानकारी देते हुए अपर पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि कतर में नौकरी करने वाले एक व्यक्ति के साथ साइबर ठगों ने विदेशी करेंसी में टैक्स छूट और लॉटरी का झांसा दिया। कई माह तक संपर्क में रहने के बाद आरोपियों ने 38 लाख रुपये की ठगी कर ली।
इसी गैंग के एक सदस्य ने दून निवासी रिटायर अफसर से करीब 97 लाख रुपये की धोखाधड़ी की। आरोपी के साथी फरार चल रहे हैं। इसके अलावा साइबर पुलिस ने उड़ीसा से फोन और ईमेल के माध्यम से ठगी करने वाले गैंग के तीन सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों एक व्यक्ति को 64 करोड़ की लॉटरी का झांसा दिया और करीब 86 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपियों के दो साथी फरार हैं।
गिरफ्तार आरोपियों के करीब 62 बैंक अकाउंट प्रकाश में आए हैं। पुलिस ने सभी खाते सीज कर दिए हैं। आरोपियों के पास बड़ी संख्या में एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। इधर, एसटीएफ के एएसपी अजय सिंह ने बताया कि पांचों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस मुख्यालय में हुई पत्रकार वार्ता में आइजी दीपम सेठ, एसएसपी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल आदि मौजूद रहे। 
अब बैंकों पर भी होगी कार्रवाई 
साइबर ठगों का साथ देने वाले बैंकों के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई की तैयारी कर ली है। इसके लिए फर्जी आइडी पर खाता खोलने वालों की जिम्मेदारी तय की जाएगी। पुलिस साइबर ठगी में ऐसे खातों में रकम ट्रांसफर होने पर बैंक अधिकारियों पर भी 120-बी के तहत मुकदमा दर्ज करा सकती है। 
टीम को बीस हजार का इनाम 
डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने साइबर ठगी का खुलासा करने वाली टीम को 20 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। टीम में इंस्पेक्टर मारुत साह, पंकज पोखरियाल, एसआइ विनोद चौरसिया, एचसीपी सुनील भट्ट, सुरेश कुमार, सिपाही श्रवण कुमार, मनोज बेनीवाल, रवि बोरा, अनूप भाटी आदि शामिल रहे। 
ये अपराधी हुए गिरफ्तार 
साइबर थाना पुलिस ने 38 और 97 लाख की ठगी में अरुणाचल प्रदेश के विक्रम सिंघा, जोके बाघरा, नानी ताबिन को गिरफ्तार किया है। जोके बाघरा 97 लाख की ठगी में शामिल है। वहीं, 86 लाख रुपये की ठगी में सोमनाथ साहू व अनिल कुमार बहेरा दोनों निवासी कटक, उड़ीसा को गिरफ्तार किया है। 
दो आरोपी बीएड के छात्र 
पकड़े गए अरुणाचल प्रदेश निवासी विक्रम सिंघा और नानी ताबिन बीएड के छात्र हैं। आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लेते वक्त कोर्ट ने बीएड की परीक्षा देने की अनुमति भी दी है। 

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