Cyber Crime In Uttarakhand: डीजीपी की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर मांगे पैसे, तीन चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर पैसे मांगने वाले साइबर ठग को स्पेशल टास्क फोर्स ने भरतपुर राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। बीते ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, देहरादून। स्पेशल टास्क फोर्स ने उत्तराखंड पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर ठगी करने वाले तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो भरतपुर (राजस्थान) और एक सहारनुपर (उत्तर प्रदेश) से दबोचा गया। ये तीनों भरतपुर के ही रहने वाले हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीम बनाई गईं थीं।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (एसटीएफ) नीलेश आनंद भरणे ने बताया कि 15 जून को एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि उनके फेसबुक मैसेंजर पर डीजीपी केनाम से संदेश आया। चैट के दौरान उसने गूगल पे अथवा पेटीएम के माध्यम से पैसे की मांग की। जांच में पता चला कि जिस मोबाइल नंबर के जरिये फेसबुक आइडी से संदेश दिया गया, वह मोबाइल नंबर भरतपुर में सक्रिय है। इसके बाद पुलिस टीम भरतपुर गई। पुलिस ने उस व्यक्ति के बारे खोजबीन की, जिसके मोबाइल फोन से संदेश भेजे गए थे। पता चला कि यह आइडी भरतपुर के ही चलाई जा रही है और शेर मोहम्मद निवासी ग्राम खोह डींग, भरतपुर की है। पुलिस गांव पहुंची तो पता लगा कि शेर मोहम्मद की 29 अप्रैल को मृत्यु हो चुकी है। जांच में सामने आया कि शेर मोहम्मद का दामाद इरशाद निवासी ग्राम कलथरिया, जिला भरतपुर फेसबुक पर फर्जी आइडी बनाकर धोखाधड़ी करने का गैंग चला रहा है। गैंग में इरशाद का भाई अरशद व शेर मोहम्मद का बेटा जाहिद भी शामिल हैं। 25 जून को पुलिस ने जाहिद को गिरफ्तार कर लिया।
जाहिद ने पुलिस को बताया कि इरशाद और अरशद फरार हैं। उसने बताया कि वे लोग मालवाहक ट्रकों में क्लीनर के तौर पर भी काम करते हैं। वारदात के बाद वे ट्रक के साथ लंबी यात्रा पर निकल जाते हैं। ज्यादातर वे गुरुग्राम, कोलकाता, चेन्नई, विजयवाड़ा और हैदराबाद की यात्राएं करते हैं। इस पर पुलिस की टीमें हैदराबाद, विशाखापट्टनम और विजयवाड़ा भी भेजी गईं। इस बीच इरशाद 26 जून को अपने गांव पहुंच गया। पुलिस ने उसे गांव से गिरफ्तार कर लिया। इरशाद की निशानदेही पर टीम ने अरशद को रविवार को रेलवे स्टेशन, सहारनपुर से गिरफ्तार कर लिया।

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