विपुल हत्याकांड का फरार आरोपित भी चढ़ा पुलिस के हत्थे Dehradun News
पुलिस ने चार साल से फरार चल रहे विपुल हत्याकांड के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। वह जमानत पर रिहा होने के बाद दोबारा कोर्ट में पेश नहीं हुआ।
देहरादून, जेएनएन। क्लेमेनटाउन थाना पुलिस ने चार साल से फरार चल रहे विपुल हत्याकांड के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। वह जमानत पर रिहा होने के बाद दोबारा कोर्ट में पेश नहीं हुआ। इस पर न्यायालय ने उसके गैर जमानती वारंट जारी किए थे।
क्लेमेनटाउन एसओ नरोत्तम बिष्ट ने बताया कि 29 मार्च 2015 को क्लेमेनटाउन निवासी विपुल त्यागी का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। आरोपितों ने उत्तर प्रदेश के गढ़मुक्तेश्वर में श्मशान घाट के किनारे विपुल का शव जला दिया था। विपुल के पिता ने राकेश त्यागी निवासी गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़ (उप्र) समेत सात लोगों के खिलाफ अपहरण और हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि राकेश फरार चल रहा था। कुछ दिन बाद राकेश भी पुलिस की गिरफ्त में आ गया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
क्लेमेनटाउन एसओ ने बताया कि कुछ दिन जेल में रहने के बाद राकेश को जमानत मिल गई थी। इसके बाद वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ। गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस टीमें आरोपित की तलाश में लगातार दबिश दे रही थीं। लेकिन, लगातार ठिकानें बदलने के कारण वह बचता रहा। इसी बीच कोर्ट ने उसकी जमानत लेने वाले लोगों की कुर्की का आदेश जारी कर दिया।
आरोपित की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की एक टीम एसएसआइ ओमवीर सिंह के नेतृत्व में हफ्तेभर से उत्तर प्रदेश में डेरा डाले हुए थी। 14 जनवरी को टीम को सूचना मिली कि आरोपित घर के समीप देखा गया है। इसके बाद पुलिस ने राकेश के घर की घेराबंदी करके उसे गिरफ्तार कर लिया। बुधवार को पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
जलकर हुई थी युवक की मौत
नगर कोतवाली क्षेत्र के बाजार क्षेत्र स्थित खंडहर में मिली जली लाश के मामले में बुधवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में जलने के कारण मौत होने की बात लिखी हुई है। हालांकि वह खुद जला या फिर उसे जलाया गया, इसकी जांच की जा रही है।
डोईवाला केशव बस्ती निवासी सोनू ऊर्फ तीतर अपने चाचा के साथ डोईवाला में रहता था। एक सप्ताह से वह घर नहीं गया था। मंगलवार की शाम तीन बजे उसका शव खंडहर से मिला, जिसके बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जिस जगह जली हुई लाश मिली थी, वहां अक्सर नशेड़ियों का जमावड़ा रहता है। बताया गया था कि सोनू भी नशे का आदी था। पुलिस का कहना है कि बुधवार शाम तक मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। हालांकि इस बाबत कई लोगों से पूछताछ भी की गई। नगर कोतवाल एसएस नेगी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया है कि युवक की मौत जलने से हुई है। युवक किन हालातों में जला या फिर किसी ने उसे जलाया है, इसकी जांच की जा रही है।
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बिजलीकर्मियों को पिस्तौल दिखाने वाला गिरफ्तार
प्रेमनगर के मोहनपुर स्थित पावर हाउस में ऊर्जा निगम कर्मचारियों को पिस्तौल दिखाने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसका साथ ही अभी फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। दरअसल, थाना प्रेमनगर के एसओ धर्मेंद्र रौतेला ने बताया कि सात जनवरी को शाम के समय बिजली की कटौती होने पर दो अज्ञात लोगों ने मोहनपुर सब स्टेशन में तैनात कर्मचारियों के साथ मारपीट की। आरोप है कि उन्होंने कर्मचारियों को पिस्तौल दिखाकर धमकाया। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी। इस संबंध बिजली विभाग के कर्मचारी हृदय राणा ने तहरीर दी थी। थाना प्रेमनगर में दो अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा किया गया था। आरोपित की तलाश कर रही पुलिस ने सूचना के आधार पर आरोपित सुबोध तोमर निवासी ग्राम किशनपुर, बड़ौत, बड़ोद जिला बागपत को ठाकुरपुर रोड से गिरफ्तार कर लिया।
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पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि वह सेना से रिटायर है और प्रेमनगर में दूध की डेरी चलाता है। काफी देर तक बिजली न आने के कारण वह अपने साले शुभम पंवार उर्फ अंकित के साथ मोहनपुर स स्टेशन पहुंचा। यहां उसने बिजली विभाग के कर्मचारियों के साथ गाली गलौच और मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उन्होंने कर्मचारियों को पिस्टल दिखाई और दोनों मौके से फरार हो गए। एसओ ने बताया कि आरोपित शुभम की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
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