उत्तराखंड में औद्यानिकी विकास की कसरत को पीएमओ ने सराहा, दिए गए ये सुझाव
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने उत्तराखंड में औद्यानिकी के विकास के लिए चल रही कसरत की सराहना की है। औद्यानिकी विकास की विभिन्न योजनाओं को लेकर दो हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर शुक्रवार को राज्य की ओर से पीएमओ के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया गया।
राज्य ब्यूरो, देहरादून। उत्तराखंड में औद्यानिकी के विकास के लिए चल रही कसरत को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भी सराहा है। औद्यानिकी विकास की विभिन्न योजनाओं को लेकर दो हजार करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर शुक्रवार को राज्य की ओर से पीएमओ के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया गया। उद्यान विभाग के निदेशक डा. एचएस बावेजा के अनुसार पीएमओ के अधिकारियों ने इस पहल की सराहना करते हुए कुछ सुझाव दिए। साथ ही निर्देश दिए कि यह प्रस्ताव कैबिनेट के माध्यम से केंद्र सरकार को भेजा जाए।
किसानों की आय दोगुना करने के प्रयासों के क्रम में उद्यान विभाग ने औद्यानिकी विकास के मद्देनजर दो हजार करोड़ रुपये की लागत की समग्र योजना तैयार की। इसमें प्रदेश में सब्जी, मसाला, अखरोट, पुष्पोत्पादन, मौनपालन, फलोत्पादन, मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। इन क्षेत्रों के सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने का भी प्रस्ताव है। हाल में योजना का प्रस्ताव पीएमओ को भेजा गया था। शुक्रवार को पीएमओ के अधिकारियों के साथ आनलाइन हुई बैठक में उद्यान विभाग के अधिकारियों ने इस प्रस्ताव पर प्रस्तुतीकरण दिया।
उद्यान विभाग के निदेशक डा बावेजा के अनुसार पीएमओ के अधिकारियों ने सुझाव दिया कि सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाने के सिलसिले में अन्य राज्यों के माडल भी देख लिए जाएं। इसके साथ ही सब्जी, मसाला, अखरोट, पुष्पोत्पादन आदि के संबंध में क्षेत्रफल बढ़ाने समेत अन्य सुझाव भी दिए। डा बावेजा ने बताया कि संशोधित प्रस्ताव कैबिनेट के माध्यम से पीएमओ को भेजने के मद्देनजर जल्द ही इसे शासन को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र से प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर यह राज्य के औद्यानिकी विकास में मील का पत्थर साबित होगा।
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राज्यपाल ने वायु सेना स्थापना दिवस पर दी शुभकामनाएं
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने भारतीय वायु सेना के 89वें स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि देश की वायु सेना विश्व की सक्षम और शक्तिशाली सेना में शामिल है। राज्यपाल ने कहा कि वायु सेना ने साहस व शौर्य का बेहतरीन प्रदर्शन सैन्य युद्धों के साथ ही कोरोना की दूसरी लहर में देश के नागरिकों का जीवन बचाने के लिए आक्सीजन की आपूर्ति के समय भी देखने को मिला है। देश आगे भी वायु सेना की सैन्य योग्यता व पराक्रम को देखकर गौरवान्वित होता रहेगा। उन्होंने सभी हवाई योद्धाओं को सलाम करते हुए स्थापना दिवस की बधाई दी।
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