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केदारपुरी की तर्ज पर संवरेगा बदरीधाम

उत्तराखंड से विशेष लगाव रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्याें की समीक्षा की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jun 2020 08:18 PM (IST)Updated: Wed, 10 Jun 2020 08:18 PM (IST)
केदारपुरी की तर्ज पर संवरेगा बदरीधाम
केदारपुरी की तर्ज पर संवरेगा बदरीधाम

राज्य ब्यूरो, देहरादून: उत्तराखंड से विशेष लगाव रखने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केदारनाथ धाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्याें की समीक्षा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान में केदारनाथ में निर्माण कार्य तेजी से हो सकते हैं। शीर्ष प्राथमिकता के कार्य चिह्नित कर पहले उन्हें पूरा किया जाए। उन्होंने बदरीनाथ धाम के विकास के लिए भी योजना तैयार करने के निर्देश दिए और कहा कि बदरी-केदार जैसे पवित्र स्थलों के लिए अगले सौ साल की परिकल्पना के हिसाब से योजना बनाई जाए। दोनों धामों में विभिन्न कार्याें के लिए राज्य को केंद्र हरसंभव मदद मुहैया कराएगा।

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केदारपुरी का पुनर्निर्माण प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में शुमार है। लिहाजा, केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्याें की वह खुद मॉनीटरिग कर रहे हैं। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिये केदारनाथ में चल रहे कार्याें की जानकारी ली तो ड्रोन के माध्यम से विभिन्न कार्याें को देखा।प्रधानमंत्री ने केदारनाथ मंदिर परिसर, आद्यगुरु शंकराचार्य की समाधि, सरस्वती घाट एवं आस्थापथ, भैरव मंदिर मार्ग पर बने पुल, केदारनाथ में बन रही गुफाओं, मंदाकिनी नदी पर पुल, मंदाकिनी व सरस्वती के संगम पर निर्माणाधीन घाटों का अवलोकन किया। उन्होंने पुननिर्माण और इससे जुड़े अन्य बिंदुओं पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत राज्य के आला अफसरों से चर्चा की।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केदारनाथ और बदरीनाथ जैसे पवित्र स्थलों के लिए विभिन्न योजनाओं का खाका भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर खींचा जाए। इनका डिजाइन इस तरह से हो, जो समय की कसौटी पर खड़ा होने के साथ ही प्रकृति के अनुकूल हो। प्रकृति और उसके परिवेश के साथ बेहतर सामंजस्य होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि रामबाड़ा से केदारनाथ तक छोटे-छोटे पैच को केदारनाथ के पौराणिक, धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व से जोड़ा जाए। इससे श्रद्धालुओं को रोचक जानकारियां मिल सकेंगी। अध्यात्म से जुड़े कई कार्य भी किए जा सकते हैं। केदारनाथ के आसपास बनाई जा रही गुफाओं को सुनियोजित तरीके से विकसित किया जाए, ताकि स्वरूप आकर्षक हो। प्रधानमंत्री ने केदारनाथ यात्रा की स्थिति के बारे में भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि केदारनाथ व बदरीनाथ में स्थानीय लोगों को सीमित संख्या में दर्शन की अनुमति दी गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि केदारनाथ में तमाम निर्माण कार्याें को करीब 200 करोड़ की जरूरत होगी। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने केदारनाथ में चल रहे निर्माण कार्याें का ब्योरा रखा। उन्होंने जानकारी दी कि केदारनाथ में ओपन म्यूजियम की योजना बनाई जा रही है।


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