Haridwar Kumbh Mela: तस्वीरों में देखें 2010 में हरिद्वार में हुए महाकुंभ के नजारे
हरिदवार में कुंभ की तैयारियां शुरू हो गई हैं। कोरोनाकाल के चलते कुंभ की अवधि छोटी की गई है जो कि एक से 31 अप्रैल तक रहेगी। पिछली बार हरिदवार में कुंभ वर्ष 2010 में हुआ था। उस समय कुंभ की भव्यता तस्वीरों में कुछ इस प्रकार कैद हुई।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Haridwar Kumbh Mela हरिद्वार में इस बार 11 वर्षों के बाद महाकुंभ होने जा रहा है। कोविड-19 के चलते सरकार ने इसकी अवधि को कम किया गया है। आपको बात दें कि इससे पहले हरिद्वार में वर्ष 2010 में महाकुंभ का हुआ था। उस दौरान बड़ी संख्या में साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया था। उस समय की कुछ तस्वीरों को हम इतिहास के पन्नों से निकाल कर लाए हैं। आइये देखते हैं ये तस्वीरें....।
1 कुंभ आयोजित करने के लिए ग्रह नक्षत्रों के विशेष समय में नियत स्थान पर आने पर आधारित होता है। मेष राशि में सूर्य और कुंभ राशि में बृहस्पति के आने के संयोग पर हरिद्वार में कुंभ का आयोजन होता है। वर्ष 2010 में हरिद्वार आयोजित हुए महाकुंभ में सूरज निकलने से पहले हरकी पौड़ी का नजारा।
2 हरिद्वार महाकुंभ में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी की पेशवाई तीन मार्च को निकाली जाएगी। इस पेशवाई में 50 महामंडलेश्वर और हजारों की संख्या में साधु संत शामिल होंगे। वर्ष 2010 में कुछ इस निकली थी पेशवाई।
3 कुंभ में विभिन्न जनपदों से आने वाली देव-डोलियों के साथ पारंपरिक आभूषण के साथ मातृशक्ति की भी झांकी शामिल होती है। इस दौरान देव-डोलियां को गंगा स्नान कराया जाता है। वर्ष 2010 में देव डोलियों के स्नान का दृश्य।
4 इस बार हरिद्वार कुंभ मेले के लिए रेलवे कोई अतिरिक्त ट्रेन नहीं चलाएगा। हालांकि, पहले रेलवे प्रशासन ने 25 जोड़ी अतिरिक्त ट्रेन चलाने का दावा किया था। इनमें 50 फीसद ट्रेन मेला अधिष्ठान के साथ सामंजस्य बनाकर चलानी थी। वर्ष 2010 लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान को आए थे। उस समय स्टेशन पर रात गुजारते श्रद्धालु।
5 वर्तमान में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक वर्ष 2010 में हरिद्वार में हुए कुंभ में आए। उस पल का नजारा कैमरे में कैद कर लिया गया था।
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