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Uttarakhand Lockdown: ऋषिकेश और मुनिकीरेती के बीच लोगों की आवाजाही बंद

ऋषिकेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद ऋषिकेश के समीपवर्ती मुनिकीरेती क्षेत्र में भी खतरे को देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने सीमा को सील कर दिया है।

By Bhanu Prakash SharmaEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 12:15 PM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 12:15 PM (IST)
Uttarakhand Lockdown: ऋषिकेश और मुनिकीरेती के बीच लोगों की आवाजाही बंद
Uttarakhand Lockdown: ऋषिकेश और मुनिकीरेती के बीच लोगों की आवाजाही बंद

ऋषिकेश, जेएनएन। ऋषिकेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने के बाद ऋषिकेश के समीपवर्ती मुनिकीरेती क्षेत्र में भी खतरे को देखते हुए पुलिस व प्रशासन ने सीमा को सील कर दिया है। आवश्यक सेवाओं, गंभीर मरीजों को छोड़कर कोई भी व्यक्ति यहां आवागमन नहीं कर सकता।

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ऋषिकेश से जुड़ी हुए टिहरी जनपद की सीमा में मुनिकीरेती व ढालवाला क्षेत्र आता है। मुनिकीरेती व ढालवाला क्षेत्र का मुख्य बाजार ऋषिकेश ही है। लॉकडाउन लागू होते ही टिहरी व देहरादून जनपद ने अपनी-अपनी सीमाएं सील कर दी थी।

तीन दिन के भीतर ऋषिकेश में कोरोना संक्रमित की संख्या बढ़ने के बाद मुनिकीरेती क्षेत्र में टिहरी जिला प्रशासन व पुलिस ने सीमाओं पर आवाजाही के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है।

थाना प्रभारी निरीक्षक आरके सकलानी ने बताया कि अब लक्षमणझूला, मुनिकीरेती क्षेत्र के निवासी केवल मेडिकल इमरजेंसी के लिए ही ऋषिकेश जा पाएंगे। इसके लिए मेडिकल हिस्ट्री साथ मे रखनी पड़ेगी। इस क्षेत्र के निवासी सामान्य तौर पर सब्जी व राशन लेने के लिये ऋषिकेश नही जा पाएंगे। तपोवन क्षेत्र के लोग भी आवश्यक सामान तपोवन से ही खरीदेंगे। 

होटल कर्मचारी, निजी सुरक्षाकर्मी अपने अपने होटल में ही निवास करेंगे। सरकारी कर्मचारी भी ऋषिकेश क्षेत्र से मुनिकीरेती नही आ पाएंगे। यदि सरकारी कर्मचारियों के पास रहने की व्यवस्था नही है तो उन्हें प्रशासन होटल में कमरे उपलब्ध करा सकता है। 

इसके अलावा मेडिकल इमरजेंसी और अनुमन्य पास के अलावा ऋषिकेश अंतरजनपदीय बॉर्डर क्रॉस करना लॉक डाउन का उल्लंघन माना जायेगा। ऐसे कराने वाले व्यक्तियों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत कर कार्रवाई की जाएगी।

दोपहिया वाहनों पर अकारण दो सवारी और बिना अनुमति के कार चलाने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। केवल मरीज को ले जाने की स्थिति में छूट दी जाएगी। वहीं निर्धारित छूट के दौरान भी आवश्यक वस्तु के अलावा अन्य कोई दुकानें नही खोली जाएंगी। साथ ही सड़क पर बाहर बिना मास्क पहनने निकालने वालो के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। बिना अनुमति राशन बांटने वालो के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। किसी भी अन्य कारणों से ऋषिकेश जाने के लिए चौकी प्रभारी कैलाश गेट ओर ढालवाला से अनुमति लेकर जाया जा सकता है।

अब नगर निगम की बेवसाइट पर बनाएं ई-पास

नगर निगम ऋषिकेश प्रशासन ने लॉकडाउन में आपातकालीन सेवा में लगे लोगों के लिए ई-पास बनाने की सुविधा भी शुरू कर दी है। अब निगम की वेबसाइट पर ई-पास के लिए आवेदन किए जा सकते हैं।

देशभर में कोरोना वायरस रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है। ऐसे में नगर निगम प्रशासन ने एक राहत भरी खबर दी है। गढ़वाल के मुख्य द्वार ऋषिकेश में आपातकालीन सेवाओं के लिए ई-पास बनवाने में लोगों को इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। 

नगर निगम की ओर से आपातकालीन सेवाओं में लगे लोगों की दुश्वारियों को देखते हुए अपनी वेबसाइट पर ई-पास की सुविधा शुरू कर दी गई है। निगम की वेबसाइट में जाकर आवेदन के माध्यम से ई-पास बनवाए जा सकेगें। महापौर अनिता ममगाईं ने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के विभिन्न जनपदों में आपातकालीन सेवाओं के लिए ई-पास सुविधा शुरू कराई थी, जिसे नगर निगम ऋषिकेश में भी अपनी वेबसाइट पर शुरू कर दिया है। 

उन्होंने बताया कि जनहित के तमाम मुद्दों पर निगम पूरी तरह से सजग है। कोराना महामारी की वजह से पिछले एक महीने से ज्यादा समय से आपातकालीन सेवाएं देने के बावजूद ई-पास बनवाने के लिए परेशानियां ङोल रहे लोगों के लिए नगर निगम ने यह सुविधा शुरू करा दी है। निगम की वेबसाइट में जाकर आपातकालीन सेवाओं में लगे लोग अपना ई पास बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस ई-पास की सेवा शुरू होने से आतातकालीन सेवा से जुड़े लोगों को कुछ राहत मिलेगी।

डॉक्टरों के लिए रहने की होटल-आश्रमों में हो व्यवस्था  

ऋषिकेश एम्स में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव मामलों से चिंतित महापौर ने जिलाधिकारी व एम्स निदेशक से फोन पर बात कर तत्काल आवश्यक कदम उठाए जाने की बात कही। पिछले एक माह से कोरोना मामलों से अछूटी रही ऋषिकेश में अचानक एक के बाद एक कोराना पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद प्रशासन चिंतित है। 

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मामले का संज्ञान लेते हुए महापौर अनिता ममगाईं ने जिलाधिकारी व एम्स निदेशक को फोन कर उनसे एम्स में कोरोना पॉजिटिव के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जताई । महापौर ने जिलाधिकारी को सुझाव दिया कि एम्स में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए चिकित्साकर्मियों के रहने की व्यवस्था होटल में की जाए। महापौर ने बताया कि इस संबंध में जिलाधिकारी ने शांतिकुंज आश्रम व अन्य होटल एवं आश्रम में वार्ता की है।

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