Uttarakhand Lockdown update: खरीदारी को आए लोग, शारीरिक दूरी का रखा ख्याल; बेवजह घूूूमने वालों को सिखाया सबक
लॉकडाउन के दौरान गुरुवार को भी लोगों ने जरूरी वस्तुओं की खरीदारी की वहीं सस्ते गल्ले की दुकान से लोगों को भी राशन बांटा गया। शारीरिक दूरी का ख्याल भी रखा।
देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन के दौरान गुरुवार को भी सुबह सात से दोपहर एक बजे तक दुकानें खुली रहीं। लोगों ने जरूरी वस्तुओं की खरीदारी की, वहीं सस्ते गल्ले की दुकान से लोगों को भी राशन बांटा गया। इस दौरान लोगों ने शारीरिक दूरी का ख्याल भी रखा। उधर, सड़कों पर बेवजह घूम रहे लोगों को पुलिस ने सबक सिखया। साथ ही कई वाहनों के चालान भी काटे गए। वहीं, जरूरतमंदों को प्रशासन के जरिये भोजन के पैकट बांटे गए। एक बजे के बाद सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। इक्के-दुक्के ही लोग सड़कों पर नजर आए। इस दौरान पुलिस ने मुख्य चौराहों पर बैरिकेडिंग की हुई थी। वहीं, आज बैंक बंद रहे।
ऋषिकेश में पुलिस ने सुनी समस्याएं
नगर निगम के 40 पार्षदों के साथ पुलिस उपाधीक्षक बीएस रावत और कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह ने सीधा संवाद करके उनके क्षेत्र में नागरिकों के समक्ष आने वाली विभिन्न समस्याओं को सुना। पुलिस अधिकारियों ने यह व्यवस्था दी कि सभी पार्षद अपने अपने वार्डों में फिजिकल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने साथ दो सहायक लेकर लोगों की परेशानी को सुनेंगे। जरूरत पड़ने पर पुलिस की टीम सहयोग करेगी। वर्तमान में सरकार द्वारा जरूरतमंदों के लिए की जा रही सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जरूरतमंदों को पार्षद सहायता करेंगे। पार्षदों की यह भी जिम्मेदारी होगी कि लॉक डाउन के दौरान संबंधित लोगों के क्षेत्रों में कोई भी बाहर ना निकले अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो इसकी सूचना पार्षदों के द्वारा पुलिस को दी जाएगी।
ऋषिकेश में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज
लॉक डाउन का उल्लंघन कर तय समय के बाद भी दुकान खोलने व भीड़ जुटाने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक लॉक डाउन में आवश्यक वस्तुओं की बिक्री और खरीद के लिए सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक दुकान खोलने की इजाजत है, लेकिन कई लोग अभी भी इसका पालन नहीं कर रहे हैं। पुलिस ने निर्धारित समय अवधि के बाद आइडीपीएल क्षेत्र में दुकान खोलने वाले गौरव अग्रवाल, ईश कुमार व अमित कुमार के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
मजदूरों ने पुलिस को बताई समस्या, ठेकेदार नहीं कर रहा भुगतान
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल परियोजना में काम करने वाले ठेकेदार के कई मजदूर कोतवाली पहुंचे। मजदूरों का कहना है कि ठेकेदार की ओर से उन्हें भुगतान नहीं दिया गया है और ना ही भोजन की व्यवस्था की गई है। जिस कारण एक बड़ा संकट उनके सामने खड़ा हो गया है। इन मजदूरों ने बताया कि करीब 250 मजदूर उक्त ठेकेदार के अंडर में काम कर रहे हैं। लॉक डाउन के बाद ठेकेदार उनका हाल जानने नहीं पहुंचा और ना ही ठेकेदार और उनका मुंशी फोन उठा रहा है। कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने मजदूरों को भोजन उपलब्ध कराया। उन्होंने बताया कि संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मजदूरों ने बताया कि वह पिछले एक वर्ष से नेपाल, पश्चिम बंगाल और बिहार से यहां आकर मजदूरी कर रहे हैं।
रायवाला में सात लोगों को किया गया क्वॉरेंटाइन
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में है। देहरादून के रायवाला थाना क्षेत्र में ऐसे लोगों को चिहि्नत किया जा रहा है, जो प्रवासी हैं और हाल के दिनों में घर लौटे हैं। कुछ मजदूर भी हैं जो दूसरे राज्यों से यहां पर काम करने को आये हुए हैं। गुरुवार को राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रायवाला में ऐसे लोगों के स्वास्थ्य जांच की गयी। यहां पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चिकित्सक इन लोगों के स्वास्थ्य की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि सात लोगों को क्वॉरेंटाइन किया गया है। यह सभी लोग सेल्फ क्वॉरेंटाइन में रहेंगे। पुलिस व स्वास्थ्य कर्मी इन पर नियमित नजर रखेंगे।
रुड़की में रेलवे ट्रैक के जरिये मुरादाबाद जा रहे तीन लोगों को पकड़ा
सिविल लाइन कोतवाली पुलिस ने अंबाला से रेलवे ट्रैक के जरिये मुरादाबाद जा रहे 3 लोगों को पकड़ा है। यह तीनों लोग पैदल ही रेलवे ट्रैक से होकर निकल रहे थे। बाबा कॉलोनी के पास इन्हें पकड़कर एनआइएच स्थित गेस्ट हाउस में भेजा गया है। वहीं, बुधवार की शाम भी प्रशासन की टीम ने 13 लोगों को एनआइएच गेस्ट हाउस में क्वॉरेंटाइन किया गया है। इस गेस्ट हाउस में आठ लोग पहले से ही रखे गए हैं। वहीं, एसएसपी डी सेंथिल अवुधई कृष्ण राज एस ने गुरुवार को शहर में कई चेकिंग प्वाइंट का निरीक्षण किया। साथ ही पुलिस को निर्देश दिए कि किसी भी वाहन को लॉक डाउन की अवधि के बाद संचालित होने नहीं दिया जाए। साथ ही बाहर से आने वाले लोगों पर पैनी नजर रखी जाए और उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जाए। एसएसपी ने कहा कि अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
हरिद्वार में 10 लोगों का किया गया मेडिकल परीक्षण
जमात से लौटे 10 लोगों को पुलिस ने सोनिया बस्ती में डॉक्टरों की टीम बुलाकर मेडिकल परीक्षण कराया। कोतवाल योगेश देव ने बताया जमात से वापस लौटे 10 लोग नहर पटरी सोनिया बस्ती में अलग-अलग घरों में रह रहे थे। इन सभी का पता चलने पर सभी को एकत्र किया गया। साथ ही इनका मेडिकल परीक्षण कराया गया। इन सभी को इसके बाद अलग किया जाएगा।
भगवानपुर में 89 श्रमिकों को किया गया क्वॉरेंटाइन
भगवानपुर पुलिस ने ड्रोन कैमरे की मदद से अभी तक 89 श्रमिकों को क्वॉरेंटाइन किया है। जिसमें बुधवार को ड्रोन कैमरे की मदद से 35 लोगों को पकड़ कर क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा था। तेजूपुर चौकी क्षेत्र से 18 लोगों को पकड़ कर आरएनआइ इंटर कॉलेज में क्वॉरेंटाइन किया है। भगवानपुर थाना अध्यक्ष संजीव थपलियाल ने बताया कि काली नदी चौकी पर स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन क्वॉरेंटाइन सेंटर बनाया गया है। इस सेंटर में 55 लोगों को रखा गया है।
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इस सेंटर में इससे अधिक क्षमता नहीं है। इसके अलावा 34 लोगों को आरएनआइ इंटर कॉलेज में रखा गया है। इसके बावजूद भी यदि बॉर्डर पार करते श्रमिक दिखाई देते हैं तो उन सभी को 14 दिन के लिए इन सेंटरों पर रखा जाएगा। अधिक संख्या होने पर कस्बे के बीडीइंटर कॉलेज को भी खोला गया है। इसके अलावा नन्हेड़ा गांव के मदरसे को भी क्वॉरेंटाइन सेंटर के लिए तैयार किया गया है।
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