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चेक पोस्ट से लौटाए गए यात्री घर वापसी को मजबूर

आयुक्त गढ़वाल मंडल के निर्देश पर प्रशासन ने शुक्रवार शाम गंगोत्री और बदरीनाथ हाईवे पर स्थित चेक पोस्ट से श्रद्धालुओं के वाहनों को वापस कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 27 May 2022 09:26 PM (IST)Updated: Fri, 27 May 2022 09:26 PM (IST)
चेक पोस्ट से लौटाए गए यात्री घर वापसी को मजबूर
चेक पोस्ट से लौटाए गए यात्री घर वापसी को मजबूर

जागरण संवाददाता, ऋषिकेश: आयुक्त गढ़वाल मंडल के निर्देश पर प्रशासन ने शुक्रवार शाम गंगोत्री और बदरीनाथ हाईवे पर स्थित चेक पोस्ट से श्रद्धालुओं के वाहनों को वापस कर दिया। 112 वाहनों में करीब एक हजार श्रद्धालु वापस लौटे हैं। नाराज श्रद्धालुओं ने रोटेशन कार्यालय के समक्ष हंगामा किया। राजस्थान से आए 63 यात्री का समूह अपना पैसा वापस लेकर शनिवार को राजस्थान वापस चले जाएंगे।

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विभिन्न धामों में श्रद्धालुओं के दर्शन का स्लाट पूरी तरह बुक हो जाने के बाद शासन की ओर से बड़ा कदम उठाया गया है। जिसके तहत स्लाट में लंबी अवधि वाले श्रद्धालुओं के वाहन को चेक पोस्ट से लौटाया जा रहा है। जिससे धामों में अव्यवस्था ना हो। संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की ओर से रवाना किए गए करीब 40 वाहन इनमें शामिल है। लंबे इंतजार के बाद वाहन उपलब्ध होने पर श्रद्धालु यहां से रवाना हुए थे। उसी रोज वापस लौटा देने के कारण यह नाराज हैं। राजस्थान के बिलंदरपुर, शाहपुरा, जयपुर के रहने वाले 63 यात्रियों के ग्रुप ने रोटेशन कार्यालय पहुंचकर हंगामा किया। इस दौरान सभी ने बुकिग का पैसा वापस ले लिया। इनमें शामिल मदन लाल शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, विजय गोपाल शर्मा, अभय सिंह यादव, नटवर सोनी ने कहा कि राजस्थान से हम जब उत्तराखंड आए तो हमें बताया गया कि यात्रा के लिए पंजीकरण जरूरी है। हमने आनलाइन पंजीकरण करा लिया और हमें बस भी मिल गई। उन्होंने कहा कि अब रास्ते से वापस लौटा देना सही नहीं है। इन श्रद्धालुओं के पंजीकरण में यात्रा की अवधि सात जून से 28 जून तक दर्ज है।

संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने बताया कि हमने शासन प्रशासन से बहुत पहले इस बात के लिए आग्रह किया था कि आनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था को समाप्त किया जाए। पुरानी व्यवस्था के मुताबिक फोटो मैट्रिक आफलाइन पंजीकरण व्यवस्था जारी रखी जाए, ताकि ऋषिकेश पहुंचने के बाद ही श्रद्धालुओं का पंजीकरण हो सके और बस भी उपलब्ध हो सके। आनलाइन पंजीकरण के कारण यह सब परेशानी सामने आ रही है।


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