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Palghar Mob lynching: अखिल भारतीय संत समिति ने दी लॉकडाउन के बाद आंदोलन की चेतावनी

महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ ने दो साधुओं की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर संत समाज में आक्रोश है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Tue, 21 Apr 2020 05:09 PM (IST)Updated: Tue, 21 Apr 2020 05:09 PM (IST)
Palghar Mob lynching: अखिल भारतीय संत समिति ने दी लॉकडाउन के बाद आंदोलन की चेतावनी
Palghar Mob lynching: अखिल भारतीय संत समिति ने दी लॉकडाउन के बाद आंदोलन की चेतावनी

ऋषिकेश, जेएनएन। महाराष्ट्र के पालघर में भीड़ ने दो साधुओं की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर संत समाज में आक्रोश है। अखिल भारतीय संत समिति ने मामले का विरोध करते हुए लॉकडाउन खुलने के बाद आंदोलन की चेतावनी दी है।

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अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय मंत्री महामंडलेश्वर ईश्वर दास महाराज ने कहा कि महाराष्ट्र के पालघर में 70 वर्षीय बुजुर्ग साधु समेत तीन लोगों की निर्मम हत्या बेहद ही जघन्य घटना है। महाराष्ट्र की उद्धव सरकार को इस पर तत्काल ठोस कदम उठाने चाहिए। मगर, सरकार ने इस दिशा में अब तक कठोर कार्रवाई नहीं की गई है।  

संघ समिति के राष्ट्रीय मंत्री ने इस घटना में शामिल सभी लोगों को धर्म और राष्ट्र विरोधी करार देते हुए कहा की अगर साधुओं के हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती है, तो संत समिति लॉकडाउन खुलने के बाद आंदोलन करने को मजबूर होगी। उन्होंने उत्तराखंड सरकार से भी अपील की कि यहां भी इस तरह के धर्म विरोधी लोग हो सकते हैं। सरकार को इस संबंध में जागरूक होने की जरूरत है। 

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उधर, भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष साध्वी उमा भारती ने संतों को भेजे संदेश में साधुओं की हत्या के विरोध में प्रायश्चित के लिए एक दिवसीय उपवास की अपील की है। साध्वी ने भी लॉकडाउन के बाद घटनास्थल पर जाने की बात कही है। ऋषिकेश बदरीनाथ मार्ग पर ब्रम्हपुरी में स्थित श्री राम तपस्थली आश्रम से साध्वी उमा भारती जुड़ी रही हैं। इस आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास ने साध्वी उमा भारती के आह्वान पर सभी संतों से उपवास की अपील करते हुए कहा कि अगर दोनों साधुओं के हत्यारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं होती है तो उत्तराखंड के संत भी आंदोलन को बाध्य होंगे।

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